छत्तीसगढ़: प्रधानमंत्री ने ₹2,695 करोड़ की सात रेल परियोजनाओं की आधारशिला रखी और चार परियोजनाएँ राष्ट्र को समर्पित कीं

अभनपुर-रायपुर के बीच मेमू ट्रेन सेवा (वाया-मंदिर हसौद) का शुभारंभ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा किया गया

बिलासपुर: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 30 मार्च 2025 को छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में सात रेल परियोजनाओं की आधारशिला रखी और चार महत्वपूर्ण रेल परियोजनाओं को राष्ट्र को समर्पित किया, जिनकी कुल लागत ₹2,695 करोड़ है। इसके अलावा, प्रधानमंत्री ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से मोहभट्टा, बिलासपुर स्थित कार्यक्रम स्थल से अभनपुर-रायपुर के बीच मेमू ट्रेन सेवा को हरी झंडी दिखाकर शुभारंभ किया। ये परियोजनाएँ राज्य में रेल परिवहन को और मजबूत करेंगी, जिससे यात्री एवं माल परिवहन को महत्वपूर्ण लाभ मिलेगा।

आधारशिला रखी गई सात रेल परियोजनाएँ

  1. खरसिया-झाराडीह (पांचवी लाइन) – 6 किमी (लागत: ₹80 करोड़)
  2. सरगबुंदिया-मड़वारानी (तीसरी एवं चौथी लाइन) – 12 किमी (लागत: ₹168 करोड़)
  3. दाधापारा-बिल्हा-दगोरी (चौथी लाइन) – 16 किमी (लागत: ₹256 करोड़)
  4. निपनिया-भाटापारा-हथबंद (चौथी लाइन) – 23 किमी (लागत: ₹347 करोड़)
  5. भिलाई-भिलाई नगर-दुर्ग लिंक केबिन (चौथी लाइन) – 12 किमी (लागत: ₹233 करोड़)
  6. राजनांदगांव-डोंगरगढ़ (चौथी लाइन) – 31 किमी (लागत: ₹328 करोड़)
  7. करगी रोड-सल्का रोड (तीसरी लाइन) – 8 किमी (लागत: ₹95 करोड़)

राष्ट्र को समर्पित की गईं चार रेल परियोजनाएँ

  1. राजनांदगांव-बोरतलाव (तीसरी लाइन) – 48 किमी (लागत: ₹747 करोड़)
  2. नई रेल लाइन – मंदिर हसौद-केन्द्री-अभनपुर – 26 किमी (लागत: ₹353 करोड़)
  3. दुर्ग-रायपुर (ऑटोमैटिक सिग्नलिंग) – 37 रेल किमी (लागत: ₹88 करोड़)
  4. छत्तीसगढ़ राज्य में शत-प्रतिशत रेलवे लाइन का विद्युतीकरण

मेमू ट्रेन सेवा का शुभारंभ

  • अभनपुर-रायपुर (वाया-मंदिर हसौद) मेमू ट्रेन सेवा

परियोजनाओं के प्रमुख लाभ

  • नया रायपुर के लिए बेहतर कनेक्टिविटी: अभनपुर, रायपुर, और मंदिर हसौद के बीच मेमू ट्रेन सेवा शुरू होने से स्थानीय यात्रियों को बड़ी राहत मिलेगी। यह सेवा छत्तीसगढ़ राज्य मंत्रालय और सचिवालय जाने वाले दैनिक यात्रियों के लिए समय और धन की बचत करेगी तथा ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों के बीच कनेक्टिविटी को बेहतर बनाएगी।
  • यात्रियों के लिए तेज़ और सुविधाजनक यात्रा: नई रेलवे लाइनों और अतिरिक्त ट्रैकों के निर्माण से ट्रेन की गति बढ़ेगी, जिससे यात्रा अधिक तेज़ और सुगम होगी।
  • रेल यातायात में सुधार: तीसरी, चौथी और पाँचवीं लाइन की परियोजनाएं ट्रेन संचालन क्षमता को बढ़ाएंगी, जिससे ट्रेनों की समयबद्ध आवाजाही सुनिश्चित होगी।
  • माल परिवहन को बढ़ावा: औद्योगिक रेलवे मार्गों के उन्नयन से कोयला, इस्पात और अन्य सामानों का परिवहन तेज़ और किफायती होगा, जिससे राज्य की अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी।
  • नए राजधानी क्षेत्र के लिए बेहतर कनेक्टिविटी: अभनपुर-केन्द्री-मंदिर हसौद रेलवे लाइन नया रायपुर को रेलवे नेटवर्क से सीधे जोड़ेगी, जिससे क्षेत्रीय विकास को गति मिलेगी।

ये परियोजनाएँ छत्तीसगढ़ के रेलवे नेटवर्क को आधुनिक बनाएंगी, माल और यात्री परिवहन की गति बढ़ाएंगी तथा राज्य की अर्थव्यवस्था को सशक्त बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगी।

इस अवसर पर कार्यक्रम स्थल मोहभट्टा, बिलासपुर में छत्तीसगढ़ के राज्यपाल रामेन डेका, मुख्यमंत्री विष्णु देव साय, केंद्रीय आवास और शहरी कार्य मंत्री मनोहर लाल, केंद्रीय आवास और शहरी कार्य राज्यमंत्री तोखन साहू, उपमुख्यमंत्री अरुण साव एवं विजय शर्मा, जप्रतिनिगण, रेलवे, एनटीपीसी सहित अन्य उपक्रमों और राज्य सरकार के अधिकारीगण तथा बड़ी संख्या में जनसमूह उपस्थित था।