झाँसी मंडल: सफलतापूर्वक पूरा किया गया 1295 किमी अल्ट्रासोनिक रेल परीक्षण
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प्रयागराज ब्यूरो: मंडल रेल प्रबंधक दीपक कुमार सिन्हा के मार्गदर्शन में झाँसी मंडल में जनवरी महीने में 1295 किलोमीटर (समतुल्य) रेल पथ का अल्ट्रासोनिक फ्लॉ-डेफेक्टोस्कोपी (#USFD) परीक्षण सफलतापूर्वक पूरा किया गया है। यह परीक्षण रेलवे ट्रैक की संरक्षा सुनिश्चित करने के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है, जिससे संभावित खामियों का समय रहते पता लगाया जा सकता है।
USFD परीक्षण के लाभ:
- संभावित दरारों की शीघ्र पहचान: इस तकनीक के माध्यम से रेल पटरी (ट्रैक) में अदृश्य दरारों और अन्य आंतरिक दोषों का प्रारंभिक चरण में ही पता लगाया जा सकता है।
- संरक्षा में वृद्धि: परीक्षण के आधार पर आवश्यक मरम्मत कार्य किए जाते हैं, जिससे ट्रेनों की आवाजाही अधिक सुरक्षित होती है।
- अप्रत्यक्ष रेल दुर्घटनाओं की रोकथाम: समय पर दोषों की पहचान से पटरियों की विफलता (#TrackFailure) को रोका जा सकता है, जिससे संभावित दुर्घटनाओं से बचाव होता है।
- ट्रैक मेंटेनेंस में सुधार: नियमित #USFD परीक्षण से रेलवे ट्रैक का रखरखाव प्रभावी रूप से किया जाता है, जिससे उनकी उपयोगी अवधि भी बढ़ती है।
- यात्री एवं मालगाड़ियों का सुरक्षित परिचालन: संरक्षित ट्रैक होने से रेल संचालन निर्बाध और संरक्षित रहता है, जिससे रेल सेवाओं की गुणवत्ता में वृद्धि होती है।
झाँसी मंडल निरंतर संरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए आधुनिक तकनीकों का उपयोग कर रेलवे ट्रैक की निगरानी एवं रखरखाव सुनिश्चित कर रहा है। रेल प्रशासन रेलयात्रियों की सुरक्षा एवं रेल संरचना को और मजबूत करने के लिए प्रतिबद्ध है।