भारत के विभिन्न पर्यटक स्थलों तक पहुँचाती है भारतीय रेल!
गोरखपुर ब्यूरो: भारत अपनी समृद्ध प्राकृतिक और सांस्कृतिक विविधता के कारण विश्व पर्यटन मानचित्र पर अपना विशिष्ट स्थान बनाये हुये है। भारत पर्यटन के लिए प्राकृतिक और सांस्कृतिक परिदृश्यों में बहुत समृद्ध है। इसके शानदार स्मारक दुनिया भर से बड़ी संख्या में पर्यटकों को आकर्षित करते हैं। इन पर्यटकों को सरल, सुगम, मनोरंजक, आनन्ददायक एवं आरामदायक यात्रा के साथ भारत के विभिन्न पर्यटक स्थलों तक पहुँचाने का कार्य करती है – भारतीय रेल।
भारतीय रेल थीम आधारित पर्यटक ट्रेनों का संचालन कर पर्यटकों को भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत और शानदार ऐतिहासिक स्थानों से रूबरू करा रही है। भारतीय रेल विकास के साथ-साथ विरासत के मंत्र को साकार करते हुए क्षेत्रीय संस्कृति और आस्था से जुड़े पर्यटन स्थलों तक आम लोगों के पहुँच को आसान बनाने के लिए भारत गौरव ट्रेनें चला रहा है। यह भारत गौरव ट्रेनें भारतीय रेल की टूरिस्ट सर्किट ट्रेनें हैं जो भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत, ऐतिहासिकता और प्राकृतिक सुन्दरता से भरपूर नगरों के दर्शन कराती हैं। भारत गौरव ट्रेनों से स्थानीय एवं क्षेत्रीय पयर्टन को बढ़ावा मिल रहा है।
यात्री प्रधान पूर्वोत्तर रेलवे अपने सम्मानित रेल यात्रियों के सरल, सुगम एवं आनंददायक यात्रा हेतु सदैव प्रतिबद्ध है। पर्यटकों को पूर्वोत्तर रेलवे के विभिन्न पर्यटक स्थलों तक पहुँच सुगम तथा आनंददायक हो, इसके लिए पूर्वोत्तर रेलवे प्रशासन निरंतर प्रयासरत है। इसके अन्तर्गत स्टेशनों को अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत पुनर्विकसित कर स्टेशनों पर उच्चस्तरीय सुविधाएं उपलब्ध करायी जा रही है। इन्फ्रास्ट्रक्चर का विकास किया जा रहा है तथा अत्याधुनिक सुविधाओं से युक्त ट्रेनों का संचालन किया जा रहा है। पूर्वोत्तर रेलवे के विभिन्न स्टेशनों से 5 भारत गौरव पर्यटक ट्रेनें चलायी गयी, जिससे 2757 पर्यटकों ने यात्रा की।
पूर्वोत्तर रेलवे की पहली भारत गौरव पर्यटक ट्रेन 5 अप्रैल, 2023 को लखनऊ जं. स्टेशन से चलायी गयी थी।
यह भारत गौरव पर्यटक ट्रेनसिख समाज के पूज्य स्थलों के दर्शन हेतु सिख धर्म के श्रद्धालुओं एवं अन्य पर्यटकों के लिये ‘गुरू कृपा यात्रा’ के रूप में चलायी गयी थी।यह भारत गौरव पर्यटक ट्रेन दस रात्रि एवं ग्यारह दिन में श्री केसगढ़ साहिब गुरुद्वारा, विरासत-ए-खालसा, गुरुद्वारा श्री पातालपुरी साहिब, गुरुद्वारा श्री फतेहगढ़ साहिब, अकाल तख्त और स्वर्ण मंदिर, श्री दमदमा साहिब, तख्त सचखंड श्री हजूर साहिब, गुरुद्वारा श्री गुरु नानक झीरा साहिब एवं गुरुद्वारा श्री हरमंदिरजी साहिब आदि सिख आस्था के प्रमुख केन्द्रों पर ठहराव देते हुये चलाई गयी, जिससे भारी संख्या में सिख धर्म के श्रद्धालु एवं अन्य पर्यटक लाभान्वित हुए।
विगत वर्षों में गोरखपुर जं. रेलवे स्टेशन से 2 भारत गौरव पर्यटक ट्रेन‘‘दक्षिण भारत यात्रा’’ के लिए चलायी गयी, जो दक्षिण भारत के समृद्ध धार्मिक, सांस्कृतिक विरासत, ऐतिहासिकता और प्राकृतिक सुन्दरता से भरपूर स्थानों रामेश्वरम, मीनाक्षी मंदिर, कन्याकुमारी, तिरूपति बालाजी और मल्लिकार्जुन ज्योतिर्लिंग आदि का दर्शन कराया। इसके अतिरिक्त 2 अन्य भारत गौरव पर्यटक ट्रेन ‘7 ज्योर्तिलिंग यात्रा’ के लिए चलायी गयी, जो ओंकारेश्वर, महाकालेश्वर, सोमनाथ, नागेश्वर, त्रयम्बकेश्वर, घृणेश्वर एवं भीमा शंकर सहित द्वारिकाधीश एवं भेट द्वारिका के दर्शन यात्रा के लिये गोरखपुर जं. रेलवे स्टेशन से चलायी गयी।
यह भारत गौरव पर्यटक ट्रेनें भारत की सांस्कृतिक विरासत, ऐतिहासिक स्थलों एवं प्राकृतिक सौन्दर्य से भरपूर नगरों के लिये भारत गौरव ट्रेनें चलाई जा रही है ताकि लोग अपनी सांस्कृतिक एवं ऐतिहासिक विरासत से परिचित हो सकें और प्राकृतिक सौन्दर्य का आनन्द ले सकें।इस भारत गौरव पर्यटक ट्रेन में आधुनिक सुविधायुक्त एलएचबी कोचों के साथ सभी कोचों में सीसीटीवी कैमरा एवं पब्लिक एड्रेस सिस्टम, फायर अलार्म सिस्टम एवं बेहतर राइडिंग कम्फर्ट के लिये एयर स्प्रिंग लगाया गया है। इसमें पर्यटकों की सुविधा हेतु एक पूजा घर भी बनाया गया है।