एसआरएमयू की आपराधिक गतिविधियों पर डीआरईयू ने जीएम को ज्ञापन सौंपा
टीटीई रोस्टर मॉडिफिकेशन, ट्रैकमैन प्रमोशन और रिक्तियों को जल्द भरने की मांग
एसआरएमयू द्वारा उत्तर भारतीय कर्मचारियों को टारगेट किए जाने पर जताई चिंता
चेन्नई : दक्षिण रेलवे में सदर्न रेलवे मजदूर यूनियन (एसआरएमयू) की बढ़ती आपराधिक गतिविधियों को लेकर विपक्षी संगठन दक्षिण रेलवे एम्प्लाइज यूनियन (डीआरईयू) ने गुरुवार, 27 अक्टूबर को दक्षिण रेलवे के महाप्रबंधक वशिष्ठ जौहरी को एक विस्तृत ज्ञापन सौंपा. यह ज्ञापन डीआरईयू के महामंत्री कॉम. मैथ्यू सिरियक ने एक प्रतिनिधि मंडल के साथ महाप्रबंधक को उनके कार्यालय में भेंट करके सौंपा. प्रतिनिधि मंडल में कॉम. ए. जानकीरमण एवं कॉम. आर. इलानगोवन भी शामिल थे.
फोटो परिचय : महाप्रबंधक, दक्षिण रेलवे वशिष्ठ जौहरी को उनके कार्यालय में भेंट करके उन्हें ज्ञापन सौंपते हुए डीआरईयू के महामंत्री कॉम. मैथ्यू सिरियक एवं कॉम. ए. जानकीरमण और कॉम. आर. इलानगोवन.
इस मौके पर कॉम. मैथ्यू ने महाप्रबंधक को विस्तार से जानकारी देते हुए बताया कि किस तरह एसआरएमयू के लोग बोनस से कथित डोनेशन उगाहने के लिए रेलकर्मियों के साथ ज्यादती कर रहे हैं. उन्होंने महाप्रबंधक को बताया कि गत दिनों तिरुचिरापल्ली मंडल के गार्डन रॉक मैकेनिकल वर्कशॉप में घुसकर एसआरएमयू के लोगों ने एक टेक्नीशियन को सिर्फ इसलिए बुरी तरह पीटा क्योंकि वह कथित डोनेशन देने की स्थिति में नहीं था. उन्होंने जीएम को बताया कि उक्त टेक्नीशियन को बोनस नहीं मिला था, इसलिए उसने डोनेशन देने से मना कर दिया. सिर्फ इसी बात पर उसकी बुरी तरह से पिटाई की गई. उन्होंने यह भी बताया कि एसआरएमयू द्वारा खासतौर पर उत्तर भारतीय कर्मचारियों को टारगेट किया जा रहा है, यह अत्यंत चिंता की बात है. इसके अलावा दक्षिण रेलवे के अन्य कई स्थानों पर भी एसआरएमयू द्वारा रेलकर्मियों की पिटाई करने सहित उनके साथ लगातार बदसलूकी की जा रही है.
ज्ञापन में यह मांग भी की गई है कि ट्रैकमैन के प्रमोशन पर उचित ध्यान देते हुए उनके प्रमोशन जल्दी किए जाने चाहिए और खाली पड़े पदों को एक्ट अप्रेन्टिसों से जल्दी से जल्दी भरा जाए. इसके अलावा टीटीई के ड्यूटी रोस्टर्स को अविलंब मॉडिफाई किया जाना चाहिए. उन्होंने जीएम के समक्ष यह भी खुलासा किया कि टीटीई के ड्यूटी रोस्टर पिछले बीसों सालों से नहीं बनाए गए हैं. उन्होंने मांग की है कि टीटीई के साथ सभी कमर्शियल स्टाफ (पार्सल, गुड्स, टिकट बुकिंग एवं आरक्षण इत्यादि) का प्रॉपर ड्यूटी रोस्टर बनाया जाना चाहिए, जिससे स्टाफ को कार्य करने में काफी सहूलियत होगी और इसमें वर्षों से व्याप्त विसंगति एवं भ्रष्टाचार को समाप्त किया जा सकेगा. उन्होंने इस ज्ञापन की प्रतियां मुख्य वाणिज्य प्रबंधक (सीसीएम) और मुख्य कार्मिक अधिकारी (सीपीओ) को भी सौंपी हैं. इसके अलावा हाल ही में हुई उनकी कांफ्रेंस में पारित किए गए प्रस्तावों की भी एक प्रति महाप्रबंधक सहित सीसीएम एवं सीपीओ को दी है.