झांसी मंडल द्वारा हरित ऊर्जा के उपयोग से पर्यावरण संरक्षण के साथ राजस्व बचत में निरंतर वृद्धि, डीजल की खपत में लगातार हो रही कमी

प्रयागराज ब्यूरो: मंडल रेल प्रबंधक/झांसी आशुतोष के मार्गदर्शन में झांसी मंडल निरंतर हरित ऊर्जा के उपयोग को बढ़ावा दे रहा है, जिससे कार्बन के उत्सर्जन को प्रत्यक्ष और परोक्ष रूप से कम किया जा रहा है। इसके साथ ही हरित ऊर्जा के माध्यम से रेल राजस्व की बचत भी की जा रही है।

झांसी मंडल द्वारा चालू वित्तीय वर्ष 2023-24 की प्रथम तिमाही में अप्रैल से जून माह तक हाई स्पीड डीजल खपत में लायी गयी कमी से ₹2.80 करोड़ के रेल राजस्व की बचत की गयी है। डीजल की बचत लोको शटडाउन तथा अन्य माध्यमों से हाई स्पीड डीजल (एचएसडी) की खपत में कमी लाते हुए की गई है। वहीं जून 2023 में ₹90.52 लाख के  रेल राजस्व कि बचत की गयी है।

जून 2023 में 667 किलो लीटर हाई स्पीड डीजल की खपत हुई, जबकि जून 2022 में इसी दौरान 1267 किलो लीटर डीजल का उपयोग हुआ था। पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष जून माह में 44.80% डीजल के उपयोग में कमी आई है।

यह बचत डीजल के स्थान पर बिजली के अधिकतम उपयोग से संभव हो सकी है। डीजल की खपत में आई कमी के साथ ही तकनीक का उपयोग एवं उचित प्रबंधन से डीजल इस्तेमाल में कमी आई है। डीजल की खपत में कमी के चलते कार्बन उत्सर्जन में भी गिरावट आती है, जो कि पर्यावरण को हरित रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है तथा ग्लोबल वार्मिंग की रोकथाम हेतु सहायक है।

इसी प्रकार झांसी मंडल द्वारा वर्तमान वित्तीय वर्ष 2023-24 जून माह आधुनिक तकनीक के थ्री फेज लोकोमोटिव (रेल इंजन) के उपयोग से 61,37,477 यूनिट बिजली की बचत की गई जिससे ₹3.84 करोड़ के रेल राजस्व की बचत की गयी है।

थ्री फेज इंजन होने के कारण इसमें रि-जनरेटिव ब्रेकिंग भी होता है, जिससे ब्रेकिंग में लगने वाली उर्जा एकत्रित होकर पुनः इंजन को प्राप्त हो जाती है तथा ऊर्जा की बचत होती है।