पूर्वोत्तर रेलवे: नकहा जंगल स्टेशन पर यात्री सुविधाओं का विस्तार, जल्दी ही यहां से किया जाएगा लोकल ट्रेनों का संचालन
गोरखपुर ब्यूरो: पूर्वोत्तर रेलवे यात्री प्रधान रेलवे है, जो अपने उपभोक्ताओं को उन्नत यात्रा सुविधा उपलब्ध कराने के लिए सतत प्रयत्नशील है। इसके लिए आधारभूत संरचना को सुदृढ़ किया जा रहा है। इसी क्रम में नकहा जंगल स्टेशन पर यात्री सुविधाओं का विस्तार एवं विकास किया गया है।
नकहा जंगल स्टेशन पर 10 दिन प्री-नॉन इंटरलॉकिंग एवं 2 दिन नॉन इंटरलॉकिंग का कार्य 11 मई, 2023 को समाप्त हुआ। इसके साथ स्टेशन की यार्ड रिमॉडलिंग का कार्य भी पूरा हो गया। फलस्वरूप नकहा जंगल स्टेशन से इलेक्ट्रिक इंजन से चलने वाली एक्सप्रेस एवं पैसेंजर (सवारी गाड़ी) के साथ लोकल मार्गों पर चलने वाली मेमू ट्रेनें भी चल सकेंगी। इन ट्रेनों के लिए दो अतिरिक्त प्लेटफार्मों का निर्माण भी किया गया है।
इसके फलस्वरूप नकहा जंगल स्टेशन पर अब गाड़ियों के संचालन हेतु तीन प्लेटफार्म उपलब्ध हो गए हैं। प्लेटफार्म संख्या-1 की लम्बाई 150 मीटर बढ़ाकर लगभग 600 मीटर कर दी गई है। अब इस प्लेटफार्म पर एक्सप्रेस ट्रेन की पूरी रेक खड़ी हो जाएगी। उच्चीकृत एवं विस्तारीकृत प्लेटफॉर्मों पर यात्रियों को बेहतर सुविधाएं मिलेंगी। यात्री सुविधाओं को और समृद्ध बनाने के लिए पैदल उपरिगामी पुल (एफओबी) का निर्माण कार्य भी प्रगति पर है।
यार्ड रिमॉडलिंग के साथ स्टेशन की इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग भी पूरी हो गई है, जिससे पैनल के बटन के स्थान पर कम्प्यूटर के एक क्लिक से ही ट्रेनों को संचालित किया जाएगा। फलस्वरूप ट्रेनों का संचालन सुगम होने के साथ समय पालन भी दुरुस्त होगा।
इसके अतिरिक्त स्टेशन यार्ड में 720 मीटर लम्बाई वाली तीन स्टेब्लिंग लाइनें (अतिरिक्त रेल लाइन) भी बनाई गई हैं, जिससे इन लाइनों पर तीन अतिरिक्त ट्रेनों की रेक खड़ी हो सकेंगी। अब पैसेंजर ट्रेनों के लिए तीन के स्थान पर पांच रेल लाइनें तैयार हो गई हैं।
इसके अलावा गोरखपुर-नकहा जंगल के मध्य दोहरीकरण के लिए नकहा जंगल स्टेशन पर आवश्यक प्रावधान किया गया है। इस रिमॉडलिंग के दौरान हिंदुस्तान उर्वरक एवं रसायन लिमिटेड (एचयूआरएल) को और अधिक परिचालनिक सुविधाएं प्रदान की गई हैं, जिससे फर्टिलाइजर की लोडिंग एवं परिवहन बेहतर हो सकेगा। आगामी दिनों में नकहा जंगल स्टेशन से ही स्थानीय मार्गों पर चलने वाली लोकल ट्रेनों का संचालन किया जाएगा।