झांसी मंडल द्वारा विद्युत उर्जा के विभिन्न संसाधनों से रेल राजस्व की बचत
प्रयागराज ब्यूरो: मंडल रेल प्रबंधक/झांसी आशुतोष के मार्गदर्शन में झांसी मंडल द्वारा फरवरी 2022 में विद्युत ऊर्जा के विभिन्न संसाधनों के माध्यम पर उचित व्यय प्रबंधन सहित रेल राजस्व की बचत की गई है।
फरवरी 2022 में मध्य प्रदेश क्षेत्र से ट्रैक्शन सब-स्टेशन शिफ्टिंग से लगभग ₹1.31 करोड़ के बिजली व्यय में राजस्व बचत की गई है। उक्त बचत मध्य प्रदेश क्षेत्र के 4 ट्रैकशन सब-स्टेशन – हेतमपुर, ग्वालियर, दतिया एवं बसई – के माध्यम से, खुले बाजार से बिजली खरीद से संभव हुई है।
इस वित्तीय वर्ष में अब तक ₹19.63 करोड़ राजस्व की बचत उक्त माध्यम से हो चुकी है। इस बचत में पूर्व में मंडल द्वारा बिजली चुनिंदा माध्यम से ही ली जाती थी, जिसके फलस्वरूप रेलवे को उनके द्वारा तय की गई दरों के अनुसार ही भुगतान करना पड़ता था। परंतु अब खुले बाजार से बिजली खरीदने पर खुली स्पर्धा के चलते कम दरों में बिजली उपलब्ध हो सकी है।
इसके अतिरिक्त मंडल द्वारा निरंतर हरित ऊर्जा को बढ़ावा दिया जा रहा है। इसी श्रृंखला में मंडल द्वारा सौर उर्जा के माध्यम से बिजली का उत्पादन भी किया जा रहा है। जनवरी 2022 में 76,860 यूनिट सौर उर्जा का उत्पादन किया गया, जिससे ₹2,31,488 के रेल राजस्व की बचत हुई।
यहां यह भी उल्लेखनीय है कि वर्तमान में मंडल के अधिकांश खंड विद्युतिकृत हैं। नई तकनीक युक्त थ्री फेज लोको (एबीबी लोकोमोटिव) के प्रयोग से झांसी मंडल ने फरवरी 2022 में 59,80,119 यूनिट बिजली की बचत की है, जिसको यदि ₹5.06 प्रति यूनिट से आंका जाए तो यह ₹3.03 करोड़ के रेल राजस्व की बचत है। थ्री फेज लोकोमोटिव होने की वजह से इसमें रिजनरेटिव ब्रेकिंग भी होता है, जिसकी वजह ऊर्जा की पर्याप्त बचत संभव होती है।