December 19, 2019

झांसी से कानपुर तक का दोहरीकरण कार्य 2022 तक पूरा कर लिए जाने का लक्ष्य है -संदीप माथुर, डीआरएम/झांसी

मीडिया को संबोधित करते हुए संदीप माथुर, डीआरएम/झांसी

कोहरे के दौरान संरक्षापूर्ण परिचालन हेतु रेलवे द्वारा बरती जाने वाली सावधानियों के बारे में डीआरएम/झांसी संदीप माथुर ने दी जानकारी

झांसी : मंडल रेल प्रबंधक/झांसी संदीप माथुर ने डीआरएम कार्यालय के सभागार में गुरुवार, 18 दिसंबर को मीडिया को सम्बोधित किया। इसमें मुख्य रूप से तीन विषयों – कोहरे के दौरान संरक्षापूर्ण परिचालन हेतु रेलवे द्वारा बरती जाने वाली सावधानियां, पिछले 6 माह में मंडल द्वारा किए गए महत्वपूर्ण कार्य एवं भविष्य में मंडल द्वारा किए जाने वाले कार्यो के विषय में मंडल रेल प्रबंधक संदीप माथुर ने मीडिया के माध्यम से जनसामान्य को जानकारी दी।

कोहरे के समय में रेल परिचालन के विषय में बताते हुए श्री माथुर ने कहा उत्तर भारत में सर्दियों के मौसम में कोहरा होना एक स्वाभाविक प्राकृतिक प्रक्रिया है। कोहरे के कारण सीमित दृश्यता से रेल परिवहन व्यवस्था विशेष रूप से माल और कोचिंग ट्रेनों का परिचालन बुरी तरह से प्रभावित होता है, जिससे ट्रेने विलंबित होती हैं और ट्रेनों को रीशिड्यूल करना पड़ता है या कई बार असामान्य देरी से चलने के कारण रद्द भी करना पड़ता है।

उन्होंने कहा कि हालाँकि, इस सर्दियों में झांसी मंडल ने कई कदम उठाए हैं, जिसमें पिछले वर्षों की नियमित क्रियाओं के साथ-साथ नई पहल भी शामिल है, ताकि हमारे सम्मानित ग्राहकों को समय पर उनके गंतव्य तक ले जाने के लिए ट्रेन परिचालन पर कोहरे के प्रतिकूल प्रभाव को कम किया जा सके। इसमें कुछ महत्वपूर्ण कार्य इस प्रकार है जैसे- कम दृश्यता संबंधी मामलों से निपटने के लिए लोको पायलटों को विशेष प्रशिक्षण दिया गया है, जिससे वह रेल पथों पर परिस्थिति के अनुसार रेलगाड़ी की गति सीमा को अपने विवेक और सूझ-बूझ के साथ नियंत्रित कर सकेंगे।

श्री माथुर ने कहा की इस वर्ष सभी गाड़ियों में लोको पायलट को फ़ॉग सेफ्टी डिवाइस दी जा रही है, जिससे  दृश्यता कम होने पर सिग्नल, लेवल क्रासिंग, व्हिसल बोर्ड इत्यादि की सही लोकेशन के बारे में जानकारी प्राप्त हो रही है। इसकी मदद से कोहरे में गति सीमा, जो पहले अधिकतम 60 किमी प्रति घंटा थी, अब वह बढकर अधिकतम 75 किमी प्रति घंटा हो गई है।

ट्रेन में चल रहे इलेक्ट्रिकल, मैकेनिकल तथा कमर्शियल स्टाफ को फायर फाइटिंग की ट्रेनिंग दी गई है। कोहरे के दौरान लेट चल रही ट्रेनों में पानी तथा साफ-सफाई के लिए विशेष प्रबन्ध किए जा रहे है। एक विशेष पहल के तहत लोको पायलटों को पूर्ण विश्राम मिल सके, इसके लिए उनकी फेमिली की विशेष रूप से काउंसलिंग की जा रही है। सभी कॉशन बोर्ड, सीटी बोर्ड आदि की बेहतर दृश्यता के लिए रेट्रो रिफ्लेक्टिव कोटिंग की जा रही है, ताकि कम दृश्यता की स्थिति में लोको पायलटों को सहायता मिल सके।

इसके साथ ही श्री माथुर ने उपस्थित सभी मीडियाकर्मियों से अपील की कि इस कोहरे के मौसम के दौरान वे लगातार लोगो को विभिन्न सावधानियों जैसे फुटबोर्ड पर यात्रा न करे, एक प्लेटफार्म से दूसरे प्लेटफार्म पर जाने के लिए ऊपरी पैदल पुल का प्रयोग करें, समपार फाटक बंद होने पर उसे पार न करें, इत्यादि के प्रति जागरूक करने में रेलवे की मदद करें, जिससे दुर्घटनाओं को रोका जा सके।

इसके अतिरिक्त मंडल रेल प्रबंधक ने 6 माह में झांसी मंडल द्वारा सम्पादित  किए गए महत्वपूर्ण कार्यो पर भी संक्षेप में प्रकाश डाला। इनमें प्रमुख है – ऊसरगाँव स्टेशन का शुभारम्भ, टीकमगढ़ स्टेशन पर यात्री सुविधाओ में वृद्धि, झाँसी-मानिकपुर खंड में ट्रेनों का विद्युत् इंजन से संचालन, ग्वालियर माल गोदाम का रायरू में स्थानान्तरण, झाँसी ‘ए’ एवं ‘बी’ केबिन पर इलैक्ट्रो-मैकेनिकल प्रणाली के स्थान पर इलेक्ट्रानिक इंटरलॉकिंग प्रणाली शुरू किया जाना, प्रथम स्वतंत्रता संग्राम एक्सप्रेस में उत्कृष्ट रैक का अनावरण इत्यादि।

श्री माथुर द्वारा संक्षेप में निकट भविष्य में पूर्ण होने वाली एवं आगे की योजनाओं के बारे में भी चर्चा की गई। उन्होंने बताया कि सीपरी ब्रिज का कार्य काफी समय से रुका हुआ था, इसका ठेका आवंटित कर दिया गया है एवं मार्च माह तक इस कार्य में प्रगति देखने को मिलेगी। इसके अलावा झाँसी-कानपुर खंड पर दोहरीकरण के कार्य के विषय में बताया कि झाँसी से पारीछा तक 50 किमी का कार्य पूर्ण कर लिया गया है। परीछा से नन्दखास तक 25 किमी का कार्य शीघ्र पूरा कर लिया जाएगा।

उन्होंने बताया कि झांसी से कानपुर तक का कार्य 2022 तक पूरा कर लिए जाने का लक्ष्य है | उन्होंने क्लीन ट्रेन स्टेशन एवं क्लीन स्टेशन से ट्रेनों तथा स्टेशनों पर सफाई को और बेहतर करने के बारे में भी बताया। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि झाँसी-बीना खंड पर तीसरी लाइन का कार्य तेजी से चल रहा है एवं झाँसी से बबीना तक का कार्य मार्च माह तक पूरा हो जाने की संभावना है| इसके अलावा कुरुक्षेत्र से खजुराहो तक वाया ग्वालियर, झाँसी एवं ललितपुर नई ट्रेन सेवा शीघ्र शुरू होने के सम्बन्ध में जानकारी दी।

इस अवसर पर अपर मंडल रेल प्रबंधक अमित सेंगर, वरिष्ठ मंडल परिचालन  प्रबंधक शशिकांत त्रिपाठी एवं जनसंपर्क अधिकारी मनोज कुमार सिंह सहित अन्य सभी मंडल अधिकारी उपस्थित थे।