December 19, 2019

सभी अधिकारी और कर्मचारी राजभाषा के प्रचार-प्रसार में अधिक से अधिक योगदान दें -एस.के.महंती, महाप्रबंधक/द.पू.रे.

फोटो परिचय: राजभाषा पखवाड़ा समापन समारोह के अवसर पर क षेत्रीय रेल राजभाषा कार्यान्‍वयन समिति की वर्ष 2019 (अक्‍टूबर-दिसंबर ) की चौथी बैठक की अध्‍यक्षता करते हुए दक्षिण पूर्व रेलवे के महाप्रबंधक एस. के. महंती।

दक्षिण पूर्व रेलवे क्षेत्रीय रेल राजभाषा कार्यान्वयन समिति की बैठक संपन्न

कोलकाता : दक्षिण पूर्व रेलवे, क्षेत्रीय रेल राजभाषा कार्यान्‍वयन समिति की वर्ष 2019 (अक्‍टूबर-दिसंबर) की चौथी बैठक बुधवार, 17 दिसंबर को दक्षिण पूर्व रेलवे के महाप्रबंधक एस. के. महंती की अध्‍यक्षता में द पू रे मुख्यालय गार्डन रीच कोलकाता में संपन्‍न हुई। इस बैठक में सभी विभागों के प्रधान विभाग प्रमुख, सभी मंडलों के अपर मुख्‍य राजभाषा अधिकारी एवं रेल कारखाना, खड़गपुर के उप मुख्‍य राजभाषा अधिकारी उपस्थित थे।

एच. के. साहू, मुख्‍य राजभाषा अधिकारी और वित्‍त सलाहकार एवं मुख्‍य लेखा अधिकारी (मुख्‍यालय) ने सबका स्‍वागत करते हुए कार्यक्रम को आगे बढ़ाया। बैठक में राजभाषा विभाग की गृह पत्रिका ‘गतिमान’ का 35वां अंक एवं परिचालन विभाग की गृहपत्रिका ‘पहल’ का महाप्रबंधक के द्वारा विमोचन किया गया। इस मौके पर महाप्रबंधक ने रेलवे बोर्ड द्वारा व्‍यक्तिगत नकद पुरस्‍कार योजना के अंतर्गत 4 अधिकारियों एवं 3 कर्मचारियों को पुरस्‍कृत किया।

फोटो परिचय: दक्षिण पूर्व रेलवे की गृह पत्रिका ‘गतिमान’ के 35वें अंक का विमोचन करते हुए दक्षिण पूर्व रेलवे के महाप्रबंधक एस. के. महंती एवं अन्य अधिकारीगण।

बैठक का संचालन पी सी डांग, उप महाप्रबंधक (राजभाषा) ने किया। इस बैठक में दक्षिण पूर्व रेलवे पर हो रहे राजभाषा कार्यों की समीक्षा की गई। उन्‍होंने राजभाषा के प्रयोग-प्रसार के लिए कुछ महत्‍वपूर्ण सुझाव दिए, जिस पर अमल किया जाएगा। इस अवसर पर महाप्रबंधक ने कहा कि हिंदी में प्रवीणता प्राप्‍त अधिकारियों और कर्मचारियों से मेरा आग्रह है कि वे राजभाषा के प्रचार-प्रसार में अपना अधिक से अधिक योगदान दें।

महाप्रबंधक ने अपने संबोधन में कहा कि दक्षिण पूर्व रेलवे में राजभाषा का प्रयोग-प्रसार सराहनीय रूप से हो रहा है। बैठक में मंडलों से आए अधिकारियों ने अपने यहां राजभाषा में हो रहे विशेष कार्यों की जानकारी दी। बैठक के अंत में हरिवंश राय बच्‍चन की ‘मधुशाला’ से कुछ रचनाओं का पाठ करके उन्‍हें श्रद्धां‍जलि दी गई।

अंत में श्रीमती आशा मिश्रा, राजभाषा अधिकारी द्वारा धन्‍यवाद ज्ञापन के बाद बैठक की कार्रवाई संपन्‍न हुई।