November 30, 2019

अलोकतंत्रिक तरीके से काम कर रही है वर्तमान श्रमिक विरोधी सरकार -शिवगोपाल मिश्रा

बीजीसीएम में रेलवे के निजीकरण और निगमीकरण के खिलाफ कड़े संघर्ष का प्रस्ताव पारित

निजीकरण/आउटसोर्सिंग के विरोध में कठिन संघर्ष के लिए तैयार रहें रेलकर्मी -जे आर भोसले

मडगांव में एनआरएमयू म.रे./कोंकण रेलवे की द्विवार्षिक सर्वसाधारण सभा का शानदार आयोजन

मडगांव : नेशनल रेलवे मज़दूर युनियन (मध्य रेलवे/ कोंकण रेलवे) की 65वीं द्विवार्षिक सर्वसधारण सभा 20-21 नवंबर, 2019 को मडगांव में भव्य और प्रभावशाली तरीके से आयोजित की गई। इस उत्कृष्ट आयोजन की शुरूआत महिला सत्र के साथ हुई, जो स्टाफ कम्युनिटी हॉल मडगांव में आयोजित किया गया, जिसमें लगभग 500 महिला प्रतिनिधियों ने भाग लिया।

महिला सत्र की कार्यवाही का संचालन एजीएस कॉम कामाक्षी आर बागलवाडीकर ने किया। इस कार्यक्रम में कॉ शिव गोपाल मिश्रा, महामंत्री/एआईआरएफ , कॉ जे आर भोसले कोषाध्यक्ष/एआईआरए, कॉ निशि कपाही पूर्व महिला संयोजिका आईटीएफ, कॉ पी जे शिंदे अध्यक्ष/ एनआरएमयू, कॉ वेणु पी नायर महामंत्री एनआरएमयू(सीआर/केआर), कॉ जयलक्ष्मी एजीएस, कॉ आरती विनोदकुमार उपाध्यक्ष (रत्नागिरी मण्डल), कॉ प्रतिंका नायक, उपाध्यक्ष (कारवार मंडल) और कॉ स्वाति म्हात्रे उपाध्यक्ष (मुंबई मंडल) उपस्थित थीं। मंच पर आसीन सभी गणमान्य अतिथियों का स्वागत पुष्पगुच्छ देकर गगनभेदी नारों और तालियों की गड़गड़ाहट के साथ किया गया।

कॉ श्रीमती के. आर. बागलवाड़ीकर ने अपने संक्षिप्त स्वागत संबोधन में ट्रेड यूनियन आंदोलन में महिला कर्मचारियों की भागीदारी की आवश्यकता पर जोर दिया और उपस्थित महिला कार्यकर्ताओं से कर्मचारियों के हक और सुविधाओं तथा कार्यस्थ्लों पर महिला कर्मियों के शोषण को चुनौती देने के लिए आयोजित संघर्ष में पुरूष कार्यकर्ताओं के समकक्ष जिम्मेदारी निभाने का आग्रह किया।

महामंत्री कॉम वेणू पी नायर ने अपने प्रेरणास्पद भाषण में महिला प्रतिनिधियों से आह्वान किया कि वे श्रमिकों की मौजूदा गंभीर स्थिति को समझें, जिसके खिलाफ पूरी ताकत और एकजुटता के साथ युनियन का संघर्ष अनवरत जारी है। उन्होंने महिला प्रतिनिधियों को अतीत के आंदोलनों को सफल बनाने में उनकी ऐतिहासिक भूमिका की याद दिलाई और उनसे विरोध आंदोलन का हिस्सा बनने और भविष्य में इसकी सफलता के लिए अपनी अपरिहार्य भूमिका निभाने का आग्रह किया।

महिला प्रतिनिधियों को संबोधित करते हुए कॉ निशि कपाही ने युनियन की हर गतिविधियों में महिला कर्मचारियों की प्रतिबद्धता के साथ सशक्त भूमिका निभाने के लिए सराहना की और विशेष तौर पर युनियन के समुचित स्तर पर महिला प्रतिनिधियों को जिम्मेदारी निभाने के लिए अवसर प्रदान करने हेतु महामंत्री कॉ वेणू पी नायर की सराहना की। 25 नवंबर 2019 को मनाए जाने वाले कार्यस्थल पर हिंसा के खिलाफ महिला अंतर्राष्ट्रीय दिवस के महत्व के बारे में महिला प्रतिनिधियों को याद दिलाया।

एआईआरएफ के महामंत्री कॉम शिवगोपाल मिश्रा ने श्रोताओं को संबोधित करते हुए रेलकर्मचारियों, विशेषकर महिला कर्मियों के लिए वर्तमान में उपलब्ध लाभ और सुविधाओं को हासिल करने हेतु एआईआरएफ के संघर्ष के बारे में बताया। उन्होंने कॉ वेणू पी नायर महामंत्री नेशनल रेलवे मज़दूर युनियन (सीआर/केआर) की युनियन के संगठनात्मक ढांचे में महिला कर्मियों को प्रमुख दर्जा प्रदान करने और प्रत्येक गतिविधियों में उनकी अहम्‌ भूमिका सुनिश्चित करने के लिए प्रभावी कदम उठाने की सराहना भी की।

मध्य रेलवे के विभिन्न मंडलों से आई कई महिला प्रतिनिधियों को सत्र में अपने विचार व्यक्त करने का अवसर दिया गया और उन सभी ने अपने मुद्दों और शिकायतों को बहुत प्रभावी तरीके से प्रस्तुत किया। सभी महिला प्रतिनिधियों ने युनियन की ओर से उन्हें सही नीयत से दी जा रही सम्मानजनक स्थिति की भी सराहना की। अन्याय के खिलाफ लड़ने और अंधाधुंध निजीकरण तथा तदस्वरुप महिला कर्मियों के शोषण के कारण संभावित खतरे से अपने भविष्य की रक्षा के लिए संकल्प के साथ महिला सत्र का समापन हुआ।

शाम को मडगांव स्टेशन से खुले सत्र के स्थल तक एक भव्य रैली निकाली गई। रैली शुरू होने से पहले, कॉ वेणू पी नायर द्वारा यूनियन कार्यालय के सामने यूनियन का ध्वज फहराया गया। कॉ अरुण मनोरे, कॉ के के शेठ (कार्याध्यक्ष) कॉ श्याम नायक, कॉ आर. के. मालबारी (सहायक महामंत्री ), अन्य मुख्यालय और मंडल पदाधिकारियों एवं सैकड़ों कॉमरेडों ने युनियन के झण्डे और रेलकर्मियों के अधिकारों तथा सुविधाओं के लिए अपने प्राण न्यौछावर करने वाले शहीदों के सम्मान में गगनभेदी नारों के साथ सलामी दी।

इस भव्य रैली में 5000 से अधिक कॉमरेड्स लाल पोशाक धारण किए हाथ में बैनर, प्लैकार्ड लिए झण्डा लहराते हुए शामिल हुए। विशिष्ट मेहमान को लाल रंग की घूमती छतरियां तानकर रथनुमा सुसज्जित खुले वाहन पर सवार करके पारंपरिक एरिथेमेटिक बैंड के साथ रैली की अगवानी की गई और युवाओं का एक समूह ढ़ोलताशा की धुन पर नृत्य करते हुए रैली की शोभा में चार चाँद लगा रहे थे। लगभग दो किमी की दूरी तय करने के बाद रैली खुले सत्र स्थल पर संपन्न हुई।

खुले सत्र स्थल को भारी संख्या में बैनर, युनियन के झंडे और फेडरेशन के गणमान्य नेताओं तथा महामंत्री कॉ वेणू पी नयर के कटआउट से सजाया गया था। कॉ शिवगोपाल मिश्रा, कॉ जे आर भोंसले, कॉ निशि कपाही, कॉ ए एम डीक्रूज, कॉ पी जे शिंदे, कॉ अल्बर्ट डीक्रूज़, श्री दिगंबर कामत पूर्व मुख्यमंत्री गोवा, श्री के. के. ठाकुर, पीसीपीओ/केआरसीएल, श्री निगम आरआरएम/केआरसीएल और कॉ वेणू पी नायर तथा अन्य मंचासीन विशिष्ट अतिथियों को पुष्पगुच्छ और शाल भेंट करके भव्य स्वागत किया गया। सभी मुख्यालय और मंडल पदाधिकारियों को भी मंच पर आमंत्रित किया गया। कर्यक्रम का संचालन कॉ के के सेठ ने किया। गणमान्य अतिथियों द्वारा पारंपरिक दीप प्रज्ज्वलन के साथ कार्यवाही शुरू की गई। स्वागत भाषण स्वागत समिति के अध्यक्ष श्री दिगंबर कामत ने दिया। इस मौके पर कॉ वेणू पी नायर द्वारा एक संक्षिप्त परिचयात्मक भाषण दिया गया।

श्री कामत ने अपना स्वागत भाषण देते हुए वर्तमान सरकार की ऐसी नीतियों के बारे में विचार व्यक्त किये जो वर्तमान में सस्ती यात्रा सुविधा को कीमती परिवहन सुविधा बनाने के लिए आक्रामक गति के साथ सार्वजनिक क्षेत्रों के निजीकरण करने की है और रेलवे के साथ-साथ देश के गरीब नागरिकों के हितों के लिए हानिकारक हैं। श्री के. के. ठाकुर सीपीओ ने केआरसीएल प्रबंधन की ओर से संबोधन देते हुए अद्वितीय वार्ता कौशल्य और केआरसीएल कर्मचारियों के हित में अटूट प्रतिबद्धता के लिए कॉ वेणू पी नायर की सराहना की।

विशाल जन-समुदाय को संबोधित करते हुए कॉ शिवगोपाल मिश्रा ने वर्तमान सरकार को अलोकतांत्रिक तरीके से कार्य करने के लिए खूब लताड़ा। उन्होंने गुप्त मतदान हेतु दिए गए वायदे को पूरा नहीं करने के लिए सरकार की आलोचना की और मान्यता के चुनाव में देरी के लिए अपना कड़ा विरोध व्यक्त किया। उन्होंने नेशनल रेलवे मज़दूर युनियन (सीआर/केआर) और इसके सभी सहयोगियों द्वारा एक शानदार जीत के साथ चुनाव जीतने का विश्वास व्यक्त किया और कहा कि मध्य रेलवे एवं भारतीय रेलवे के अन्य सभी ज़ोनो में एकल मान्यताप्राप्त हो जाएगा।

उन्होंने रेलवे के निजीकरण के फैसले के लिए सरकार की आलोचना भी की और आश्वासन दिया कि चेन्नई में 4 से 6 दिसंबर, 2019 को होने वाले एआईआरएफ के आगामी वार्षिक अधिवेशन में ठोस कार्य योजना तैयार कर उचित निर्णय लिया जाएगा। उन्होंने संघर्ष के माध्यम से एआईआरएफ द्वारा प्राप्त उपलब्धियों के बारे में भी जानकारी साझा की और युवाओं-महिला कर्मचारियों को फेडरेशन से संलग्न नेशनल रेलवे मज़दूर युनियन (सीआर/केआर) के साथ एकजुट होने का आह्वान किया, क्योंकि आज की परिस्थिति में केवल यही यूनियनें रेलवे कर्मचारियों के हितों की रक्षा कर सकती हैं।

अपना भाषण देते हुए कॉ एंथनी डीक्रूस ने भारतीय रेलवे के साथ कोंकण रेलवे के विलय के लिए कोटा कन्वेंशन में फेडरेशन द्वारा पारित प्रस्ताव की याद ताजा की। उन्होंने वर्तमान श्रम-विरोधी नीतियों के खिलाफ देश भर में कार्यबल का सुदृढ़ गठजोड़ बनाने के लिए अपनी शानदार भूमिका निभाने हेतु नेशनल रेलवे मज़दूर युनियन और कॉ वेणू पी नायर के प्रति अपनी एकजुटता की घोषणा की तथा आश्वासन दिया कि सरकार की मनमानी से एआईआरएफ के सहयोगी संगठनों पर हड़ताल थोपने पर एसडब्ल्युआरईयु पूरा समर्थन देगी।

कॉ अल्बर्ट डीक्रूस, एजीएस/हुबली/एसडब्ल्युआरईयु ने भी अपने विचार रखे और उन्हें मडगाँव में आयोजित होने वाली एनआरएमयू की बीजीसीएम के भव्य आयोजन में शामिल होने का अवसर देने के लिए कॉ वेणू पी नायर की प्रशंसा की जिसमें कैडर की ताकत, एकता और उत्साह का प्रदर्शन किया गया है जिसमें सीआर और केआरसीएल कोने-कोने से पधारे भरोसेमंद युवा और महिलाएं शामिल हैं।

कॉ जे आर भोसले ने भारतीय रेलवे में गतिविधियों के निजीकरण और पूरी तरह आउटसोर्सिंग की पृष्ठभूमि में श्रमिकों के सामने मौजूद चुनौतियों की जानकारी दी। उन्होंने सरकार द्वारा बड़े पैमाने पर शुरू की गई विनिवेश प्रक्रिया के बारे में बात की। जो बीपीसीएल, एलओसीएल, सीआईएल, एयर इंडिया और अन्य रेलवे सहायक कंपनियों जैसे कांकोर, राइट्स, इरकॉन, आईआरसीटीसी तथा अन्य सहित देश के सभी सार्वजनिक उपक्रमों को बंद होने के कगार पर ढकेल रही है। उन्होंने रेलवे के निजीकरण और आउटसोर्सिंग के खिलाफ एनआरएमयू द्वारा पारित किए जाने वाले प्रस्तावों के साथ एकजुटता और समर्थन जाहिर किया।

खुला सत्र एक शानदार कार्यक्रम था, जिसमें खूबसूरत सांस्कृतिक कार्यक्रमों और वृत्तचित्रों का प्रदर्शन भी किया गया। इसमें विज़न, चुनौतियों और अन्य प्रेरणादायक कारकों का प्रदर्शन किया गया, जो एनआरएमयू और इसके महामंत्री कॉ वेणू पी नायर के प्रति पूरे कामागार बिरादरी का प्यार और सम्मान मजबूत होता है। अपनी प्रतिभा दिखाने वाले सभी प्रतिभागियों को महामंत्री कॉ वेणू पी नायर द्वारा फूलों के गुलदस्ते और शॉल देकर सम्मानित किया गया। कॉम के. के. शेठ कार्याध्यक्ष द्वारा ध्न्यवाद ज्ञापन के साथ खुले सत्र का समापन हुआ।

अधिवेशन के दूसरे दिन 21 नवंबर को मडगाँव के दिव्यधान्य भवन में प्रतिनिधि सत्र आयोजित किया गया। कार्यवाही शुरू होने से पहले नेशनल रेलवे मज़दूर युनियन (सीआर/केआर) द्वारा आयोजित विभिन्न कार्यक्रमों की वीडियो क्लिप प्रदर्शित की गई, जिसमें महामंत्री कॉ वेणू पी नायर के कई प्रेरणादायक भाषणों के उद्धरण थे। प्रतीकात्मक इशारों से दिव्यांग बच्चों द्वारा गाए गए राष्ट्रगान के बाद युनियन का बोध गीत भी बजाया गया। राष्ट्रगान बजाते समय एक तकनीकी खराबी से उत्पन्न व्यवधान के बावजूद एनआरएमयू के पूरे कैडर ने तुरंत सहजता से भावना, सम्मान और गरिमा के साथ में गान जारी रखा जो एक रोमांचकारी अनुभव था।

तदोपरांत कॉ पी जे शिंदे अध्यक्ष ने संक्षिप्त परिचय भाषण के साथ कार्यवाही शुरू की। मुख्यालय और मंडलों के नेताओं के स्वागत के बाद दिवंगत आत्माओं को श्रद्धांजलि अर्पित की गई। महामंत्री ने विभिन्न क्रियाकलापों से संबंधित सचिव रिपोर्ट रोचक व्याख्यान के साथ प्रस्तुत की। उनका भाषण लगभग 4 घंटे तक जारी रहा। इस मौके पर कई प्रतिनिधियों ने भी अपने विचार रखे और रिपोर्ट को गगनभेदी नारेबाजी के बीच सर्वसम्मति से पारित किया गया।

लेखा-जोखा विवरण (स्टेटमेंट ऑफ अकाउंट) भी सर्वसम्मति से पारित किया गया। अन्य सभी प्रचलित कार्यवाहियों का एजेंडा अनुसूची के अनुसार विचारार्थ पेश किया गया। कॉ श्याम नायक सहायक महामंत्री द्वारा निजीकरण और रेलवे के निगमीकरण के खिलाफ लड़ाई का प्रस्ताव प्रस्तुत किया गया जिसे कॉ विवेक नायर सहायक महामंत्री ने संक्षिप्त किंतु सारगर्भित व्याख्यात्मक विचार के साथ समर्थन दिया। कॉ अरुण मनोरे और कॉ सुभाष पाटिल कार्याध्यक्ष, कॉ पी जे शिंदे, अध्यक्ष, कॉ संतोष कुमार, कॉ हबीब खान, कॉ सिकंदर खान, कॉ आर. के. मालबारी, कॉ ए. के. धांडे और कॉ कामठान ने इस अवसर पर सचिव रिपोर्ट के समर्थन में अपनी बात रखी।

पूर्ववर्ती परंपराओं के अनुरूप, इस विचाराधीन अवधि में सेवानिवृत हुए पदाधिकारियों और सक्रिय कॉमरेड्स का महामंत्री ने गुलदस्ते, शॉल और नामांकित स्मृति चिन्ह भेंट करके सम्मानित किया। अन्य सभी प्रथागत कार्यवाही विषयसूची के अनुरूप पूरी की गई। अधिवेशन के आखिरी चरण में गवर्निंग काउंसिल के लिए नव निर्वाचित पदाधिकारियों का नाम स्क्रूटनी कमेटी के संयोजक कॉ पी जे शिंदे द्वारा घोषित किया गया। महामंत्री के पद पर कॉ वेणू पी नायर का नाम घोषित होने पर जिन्हें लगातार चौथी बार निर्विरोध निर्वाचित किया गया है। सभी उपस्थित प्रतिनिधियों ने सम्मान में खड़े होकर जोरदार तालियों और गूंजते नारों के साथ अभिनंदन किया।

डेलिगेट सत्र भी सकारात्मक माहौल में संपन्न हुआ। इस अवसर पर प्रतिनिधियों ने एकजुटता और युनियन की ताकत बढ़ाने तथा निकट भविष्य में व्यापक आंदोलन की तैयारी के लिए महामंत्री कॉ वेणू पी नायर के अभियान को हरसंभव समर्थन देने का संकल्प लिया। इस प्रकार नेशनलरेलवे मज़दूर युनियन (सीआर/केआर) की 65वीं द्विवार्षिक सर्वसाधारण सभा गगनभेदी नारों और कॉ के के सेठ कार्याध्यक्ष द्वारा धन्यवाद ज्ञापन के साथ भव्यतापूर्वक संपन्न हुई।