August 15, 2019

भुसावल-वरणगांव स्टेशनों के बीच ऑटोमेटिक सिगनलिंग सिस्टम की शुरुआत

सीनियर डीएसटीई/वर्क्स/भुसावल राजेंद्र आर. पोतदार (बाएं) से मुखातिब मंडल रेल रेल प्रबंधक/भुसावल विवेक कुमार एवं अन्य अधिकारीगण.

अब भुसावल-नागपुर सेक्शन में तेजगति से और ज्यादा गाड़ियों का संचालन होगा

मुंबई दिशा की गाड़ियों हेतु भुसावल स्टेशन पर प्लेटफार्म आसानी से उपलब्ध होंगे

शेख सत्तार, भुसावल : मध्य रेलवे, भुसावल मंडल के भुसावल-बडनेरा खंड में मंगलवार, 13 अगस्त को भुसावल एवं वरणगांव स्टेशनों के बीच महत्वपूर्ण सिगनलिंग कार्य किया गया. इस कार्य में भुसावल और वरणगांव स्टेशन के बीच ऑटोमेटिक सिगनलिंग सिस्टम की शुरुआत की गई. इससे भुसावल से वरणगांव होते हुए नागपुर की तरफ जाने वाली गाड़ियों को अब शीघ्र और तेजगति से भेजा जा सकेगा.

इस कार्य में भुसावल एवं वरणगांव के बीच डाउन दिशा में 6 तथा अप दिशा में 7 नए सिग्नल लगाए गए हैं जो कि ऑटोमेटिक पद्धति से कार्य करेंगे. ज्ञातव्य है कि भुसावल एवं जलगांव के बीच ऑटोमेटिक सिगनलिंग सिस्टम पहले से काम कर रहा है.

अब इसकी शुरुआत भुसावल और वरणगांव के बीच भी की गई है. इस सिस्टम के शुरू होने से गाड़ियों के परिचालन में तेजी आएगी. यदि इसे सरल शब्दों में कहा जाए, तो पहले यदि भुसावल और वरणगांव के बीच एक गाड़ी का संचालन किया जा सकता था, तो अब ऑटोमेटिक सिगनलिंग सिस्टम शुरू होने के बाद इसी खंड में पांच से छह गाड़ियों को एकसाथ संचालित किया जा सकेगा.

इससे भुसावल स्टेशन पर वरणगांव की दिशा में जाने वाली गाड़ियों, जो कि लाइन क्लियर के लिए खड़ी रहती थीं, को शीघ्रता से भेजा जा सकेगा. परिणामस्वरूप मुंबई की ओर से आने वाली गाड़ियों के लिए प्लेटफार्म की उपलब्धता बढ़ जाएगी और अधिक गाड़ियों का संचालन किया जा सकेगा.

यह महत्वपूर्ण कार्य मंडल रेल प्रबंधक विवेक कुमार, अपर मंडल रेल प्रबंधक मनोज सिन्हा के कुशल मार्गदर्शन में वरिष्ठ मंडल सिग्नल एवं दूरसंचार इंजीनियर/कार्य राजेंद्र आर. पोतदार, मंडल सिग्नल एवं दूरसंचार इंजीनियर/कार्य मनोज दीक्षित और मंडल की सिग्नल एवं दूरसंचार टीम द्वारा कुशलतापूर्वक क्रियान्वित किया गया.

इस कार्य में मंडल के सभी ब्रांच अधिकारियों, विशेषतः मंडल सिग्नल एवं दूरसंचार इंजीनियर निशांत द्विवेदी, मंडल परिचालन प्रबंधक स्वप्निल नीला एवं मुख्यालय के अधिकारियों का अनुकरणीय सहयोग मिलने के फलस्वरूप इस कार्य को रिकॉर्ड समय पर पूरा किया गया.