श्रमिक हितों का किसी भी स्थिति में नुकसान नहीं होने देंगे -शिवगोपाल मिश्रा
फेडरेशन का इशारा मिलने पर तत्काल रेलवे का चक्का जाम होगा -वेणु पी. नायर
निजीकरण के खिलाफ विश्व के सभी ट्रांसपोर्ट वर्कर एआईआरएफ के साथ हैं -आर्थिका
नेशनल रेलवे मजदूर यूनियन द्वारा मुंबई में आयोजित जोनल कमर्शियल कांफ्रेंस संपन्न
मुंबई : नेशनल रेलवे मजदूर यूनियन (एनआरएमयू) द्वारा शुक्रवार, 9 अगस्त को आयोजित मध्य रेलवे एवं कोंकण रेलवे की ‘संयुक्त जोनल कमर्शियल कांफ्रेंस’ यशवंत नाट्य मंदिर, माटुंगा रोड, मुंबई में संपन्न हुई. इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में ऑल इंडिया रेलवेमेंस फेडरेशन (एआईआरएफ) के महामंत्री कॉम. शिवगोपाल मिश्रा विशेष तौर पर उपस्थित थे. मंच पर अन्य अतिथियों में वेस्टर्न रेलवे एम्प्लाइज यूनियन (डब्ल्यूआरईयू) के महामंत्री और एआईआरएफ के कोषाध्यक्ष कॉम. जे. आर. भोसले, एनआरएमयू के अध्यक्ष पी. जे. शिंदे, सहायक महामंत्री कॉम. कामाक्षी और आईटीएफ एशिया पैसिफिक यूथ कोऑर्डिनेटर कॉम. अर्थिका विराजमान थे. एनआरएमयू के महामंत्री कॉम. वेणु पी. नायर ने शाल-पुष्पगुच्छ देकर सभी अतिथियों का स्वागत किया.
जोनल कमर्शियल कांफ्रेंस की शुरुआत मुंबई मंडल, मध्य रेलवे की उपाध्यक्ष कॉम. स्वाति म्हात्रे के स्वागत संबोधन के साथ हुई. उन्होंने कांफ्रेंस में उपस्थित सभी अतिथियों और मध्य एवं कोंकण रेलवे के बड़ी संख्या में सहभागी कमर्शियल स्टाफ का स्वागत करते हुए कहा कि यह कांफ्रेंस सिर्फ वाणिज्य स्टाफ एवं विभाग की समस्याओं को उठाने और उन पर विचार करने के लिए ही नहीं, बल्कि उनका समाधान सुझाने के साथ ही हाल ही में ईसीसी सोसाइटी के चुनाव में एनआरएमयू की भारी बहुमत से हुई जीत की खुशी मानने के लिए भी आयोजित की गई है. उन्होंने इस मौके पर मुंबई मंडल में एनआरएमयू को सभी 80 सीटों पर हासिल हुई ऐतिहासिक जीत को भी रेखांकित किया. इसका पूरा श्रेय मंडल के वाणिज्य स्टाफ को देते हुए उन्होंने कहा कि हम सभी ने इसके लिए कड़ी मेहनत की थी. इसके लिए उन्होंने महामंत्री वेणु पी. नायर के खुले दिल से सहयोग के लिए उन्हें धन्यवाद दिया. इस मौके पर कॉम. मानसी ने कमर्शियल स्टाफ की समस्याओं पर विस्तार से अपनी बात रखी.
इस अवसर पर अपने संबोधन में कॉम. शिवगोपाल मिश्रा ने कॉम. नायर को मध्य एवं कोंकण रेलवे की जोनल कमर्शियल कांफ्रेंस आयोजित करने के साथ ही रेलवे के युवाओं एवं महिला वर्कफोर्स को संगठित करने के लिए किए गए अथक प्रयासों की सराहना करते हुए शुभकामनाएं दीं. उन्होंने कमर्शियल विभाग के तीन कैडर की मर्जिंग के लिए रेलवे बोर्ड के प्रस्ताव का विरोध और उसे विफल करने के लिए भी कमर्शियल कैडर सहित एनआरएमयू और कॉम. नायर के संगठन कौशल की सराहना करते हुए उन्हें इसके लिए भी अपनी शुभकामनाएं दीं. कॉम. मिश्रा ने यह भी कहा कि रेलवे बोर्ड के विवादास्पद निर्णयों/प्रस्तावों को जिस तरह मध्य रेलवे में कड़ा विरोध करके उन्हें लागू होने से एनआरएमयू ने विफल किया, वह न सिर्फ अन्य जोनल रेलों के लिए एक बड़ा मार्गदर्शक उदाहरण साबित हुआ, बल्कि इस तरह प्रशासन के साथ श्रमिक हितों के लिए लड़ने और संघर्ष करने तथा प्रस्तावों के पुनरीक्षण हेतु फेडरेशन के लिए भी एक प्रेरणास्रोत बना है.
कॉम. मिश्रा ने इस मौके पर पिछले करीब 20 वर्षों के दौरान रेलवे की विभिन्न वाणिज्यिक गतिविधियों के निजीकरण और आउटसोर्सिंग के खिलाफ रेलवे बोर्ड की नीतियों के विरुद्ध एनआरएमयू द्वारा किए गए संघर्ष और उसमें मिली सफलताओं को भी रेखांकित किया. उन्होंने टिकट चेकिंग, कोचिंग, ईसीआरसी, गुड्स/पार्सल इत्यादि कमर्शियल कैडर की समस्याओं का जिक्र करते हुए उनकी जरूरतों, आवश्यकताओं की आपूर्ति और कार्य-स्थल की स्थितियों में सुधार किए जाने पर जोर देते हुए कहा कि इससे स्टाफ न सिर्फ अपने ग्राहकों को संतुष्टि प्रदान कर सकेगा, बल्कि वह अपने काम को भी संतोषजनक ढ़ंग से पूरा कर सकेगा. उन्होंने कमर्शियल स्टाफ को आश्वासन देते हुए कहा कि सरकार चाहे जैसी श्रमिक विरोधी नीतियां अपनाए, मगर एआईआरएफ उनके हितों को कभी नुकसान नहीं पहुंचने देगा. उन्होंने कमर्शियल स्टाफ में भय पैदा करने और भयग्रस्त वातावरण में स्टाफ को काम करने पर मजबूर करने के लिए विजिलेंस विभाग की कार्य-प्रणाली की जमकर आलोचना की. उन्होंने महिला रेलकर्मियों को यूनियन गतिविधियों में ज्यादा से ज्यादा सहभागी बनने का आह्वान किया.
इस अवसर पर बड़ी संख्या में उपस्थित कमर्शियल स्टाफ को संबोधित करते हुए एनआरएमयू के महामंत्री वेणु पी. नायर ने बड़ी संख्या में एकजुट होने के लिए सभी उपस्थित कमर्शियल स्टाफ को धन्यवाद देते हुए कहा कि ऐसी ही एकजुटता ‘एक उद्योग, एक यूनियन’ की नीति को साकार करने के लिए दर्शानी होगी. उन्होंने कॉम. शिवगोपाल मिश्रा को आश्वस्त करते हुए कहा कि रेलवे बोर्ड की रेलवे के निगमीकरण के रास्ते निजीकरण की नीति को रोकने के लिए वह सिर्फ फेडरेशन (एआईआरएफ) के एक इशारे का इंतजार कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि जिस दिन फेडरेशन से उन्हें इसका इशारा मिलेगा, उसी दिन तत्काल रेलवे का चक्का जाम हो जाएगा.
आईटीएफ की यूथ कोऑर्डिनेटर, एशिया पैसिफिक रीजन, #आर्थिका ने अपने संबोधन में युवा कमर्शियल स्टाफ और महिलाओं की बड़ी संख्या में उपस्थिति की सराहना करते हुए कहा कि उन्हें खुशी है कि युवा वर्ग यूनियन गतिविधियों में सकारात्मक भागीदारी कर रहा है और इसमें महिलाओं की हिस्सेदारी बढ़ रही है. उन्होंने कहा कि इस दृश्य को देखकर वह आश्वस्त हैं कि श्रमिक हितों को संरक्षित करने में यूनियन को काफी सहूलियत होगी. इस मौके पर उन्होंने एनआरएमयू और एआईआरएफ को आश्वस्त करते हुए कहा कि भारतीय रेल के निजीकरण के खिलाफ उनके संघर्ष में आईटीएफ के 75 देशों में फैले लाखों ट्रांसपोर्ट वर्कर्स उनके साथ हैं. इस अवसर पर उन्होंने कॉम. वेणु पी. नायर की संगठन क्षमता का विशेष उल्लेख करते हुए कहा कि उन्हें फेडरेशन और ट्रेड यूनियन मूवमेंट की केंद्रीय भूमिका में लाकर बड़ी जिम्मेदारी सौंपी जानी चाहिए जिससे ट्रेड यूनियन मुवेमेंट में युवा शक्ति का सही उपयोग किया जा सकेगा.
इससे पहले डब्ल्यूआरईयू के महामंत्री और एआईआरएफ के कोषाध्यक्ष कॉम. जे. आर. भोसले ने छत्रपति शिवाजी महाराज और डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर की प्रतिमाओं पर माल्यार्पण तथा परंपरागत रूप से दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम की विधिवत शुरुआत की. इस मौके पर कॉम. कुमार पिल्लई और कॉम. सुधीर म्हस्के एवं उनकी टीम ने विशेष रूप से बनाया गया स्मृति-चिन्ह कॉम. शिवगोपाल मिश्रा को प्रदान किया. इसके साथ ही एआईआरएफ के मीडिया प्रभारी महेंद्र श्रीवास्तव को भी शाल-पुष्पगुच्छ और स्मृति-चिन्ह देकर सम्मानित किया गया. इस मौके पर दो मिनट का मौन रखकर विगत दिनों में दिवंगत साथियों को श्रद्धांजलि अर्पित की गई. इसके अलावा एनआरएमयू द्वारा समय-समय पर देश के विभिन्न भागों में आई आपदाओं के दौरान पहुंचाई गई मानवीय मदद और अन्य कार्यों का व्यौरा एक विजुअल डिजिटल डिस्प्ले के माध्यम से उपस्थित लोगों के सामने प्रस्तुत किया गया. अंत में अध्यक्ष पी. जे. शिंदे के धन्यवाद ज्ञापन के बाद कांफ्रेंस का समापन हुआ.