April 7, 2019

टिकट चेकिंग स्टाफ की हुंकार, रनिंग स्टाफ का मिले अधिकार

चेयरमैन, रेलवे बोर्ड अश्वनी लोहानी ने दिया विचार करने का आश्वासन

नई दिल्ली : देश भर से आए लगभग चार हजार टिकट चेकिंग स्टाफ से खचाखच भरे दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में 5 सितंबर को इंडियन रेलवे टिकट चेकिंग स्टाफ ऑर्गेनाइजेशन के स्वर्णजयंती समारोह “मंथन” में एक स्वर से टिकट चेकिंग स्टाफ को ‘रनिंग स्टाफ’ घोषित करने की जोरदार मांग उठी. इस समारोह में टिकट चेकिंग स्टाफ के मंच पर सर्वथा पहली बार भारतीय रेल के सर्वोच्च अधिकारी के रूप में चेयरमैन, रेलवे बोर्ड अश्वनी लोहानी स्वयं मौजूद थे. उनके साथ रेलवे बोर्ड के अतिरिक्त सदस्य वाणिज्य राजीव दत्त शर्मा सहित बोर्ड के अन्य कई वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे.

सफेद शर्ट और काली पैंट (अधिकारिक वर्दी) पहने सभी 17 जोन के टिकट चेकिंग स्टाफ ने पूरे अनुशासन में रहते हुए इस अभूतपूर्व कार्यक्रम में भाग लिया. लंबे समय से चली आ रही टिकट चेकिंग स्टाफ की ‘रनिंग स्टाफ’ का दर्जा दिए जाने की मांग को देश के कई सांसदों एवं रेलवे के सर्वोच्च अधिकारियों ने भी न्यायोचित बताया. कार्यक्रम की विशेष उपलब्धि यह भी रही कि इस अवसर पर देश के सौ से अधिक सांसदों द्वारा उनकी इस मांग के समर्थन में लिखी गई चिट्ठियों को संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. मुकेश गौतम सहित अन्य पदाधिकारियों ने चेयरमैन, रेलवे बोर्ड अश्वनी लोहनी को सौंपा.

दिल्ली प्रदेश भाजपा अध्यक्ष और सांसद मनोज तिवारी ने इस अवसर पर अपने संबोधन में टिकट चेकिंग स्टाफ को ‘रनिंग स्टाफ’ का दर्जा दिए जाने की मांग का पुरजोर समर्थन करते हुए प्रधानमंत्री से मिलकर इस मामले के शीघ्र समाधान की कोशिश करने का आश्वासन दिया. मनोज तिवारी ने कहा कि संसद के आगामी सत्र से पहले टिकट चेकिंग कैडर की यह मांग पूरी की जाएगी और जरूरत पड़ी तो इसके लिए संसद में आवाज़ उठाई जाएगी.

टीसी कैडर रेलवे का सर्वाधिक महत्त्वपूर्ण कैडर है, क्योंकि हर यात्री को जरूरत पड़ने पर सबसे पहले वही उसकी सहायता के लिए खड़ा दिखाई देता है. वरिष्ठ सांसद जगदंबिका पाल ने अपने संबोधन में कहा कि अब समय आ गया है कि अंग्रेजी हुकूमत के समय गलत सजा पाए टिकट चेकिंग कैडर को उसका खोया अधिकार वापस मिले. सांसद रमेश विधूड़ी ने भी कैडर की मांगों को जायज बताते हुए हर मंच से इसका समर्थन करने का आश्वासन दिया.

कार्यक्रम उस समय अपनी पराकाष्ठा पर पहुंच गया जब चेयरमैन, रेलवे बोर्ड अश्वनी लोहनी का आगमन हुआ. श्री लोहनी के आगमन पर सभागार में हजारों की संख्या में उपस्थित टिकट चेकिंग स्टाफ ने खड़े होकर रिदम में तालियों की गड़गड़ाहट से उनका इस्तकबाल किया. श्री लोहनी ने अपने संबोधन में टिकट चेकिंग स्टाफ को ‘रनिंग स्टाफ’ का दर्जा दिए जाने की मांग को न्यायोचित बताया और कहा कि प्रशासनिक स्तर पर जब भी उनकी आवश्यकता पड़ेगी, वे सर्वप्रथम इस कार्य को करने में गर्व महसूस करेंगे. उन्होंने अपने संबोधन में टीटीई रेस्ट हाउस को लोको रनिंग रूम की सारी सुविधाएं उपलब्ध करवाने, खाली पदों को भरने सहित कई ऐसे मुद्दों को उठाया, जिससे टीसी कैडर बहुत खुश हुआ. अतिरिक्त सदस्य वाणिज्य राजीव दत्त शर्मा ने भी टीसी कैडर की मांगों को जायज बताते हुए उनके लिए प्रशासनिक स्तर पर प्रयास करने का आश्वासन दिया.

समारोह की रंगारंग शुरुआत दिल्ली और भोपाल से आए कलाकारों की प्रस्तुति से हुई. हाल ही में संपन्न एशियन गेम्स में रजत पदक विजेता मुंबई की मुख्य टिकट निरीक्षक सुधा सिंह को स्मृति चिन्ह देकर संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. मुकेश गौतम ने सम्मानित किया. रेलवे टिकट चेकिंग स्टाफ की जायज मांगों का लंबे समय से समर्थन करते आ रहे वरिष्ठ पत्रकार और ‘रेल समाचार’ के संपादक सुरेश त्रिपाठी का भी इस अवसर पर सम्मान किया गया.

उल्लेखनीय है कि 1968 में स्थापित इंडियन रेलवे टिकट चेकिंग स्टाफ ऑर्गेनाइज़ेशन अपनी स्थापना के समय से ही टिकट चेकिंग स्टाफ को ‘रनिंग स्टाफ’ का दर्जा दिए जाने की मांग को लगातार उठाता आ रहा है. पिछले कुछ वर्षों में संगठन की बागडोर युवा नेतृत्व के हाथों में आने से संगठन का विस्तार भी हुआ है और कैडर में पर्याप्त एकजुटता भी आई है. दिनभर चले इस कार्यक्रम की अध्यक्षता संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. मुकेश गौतम ने की. उन्होंने अपने संबोधन में देशभर से बड़ी संख्या में आए टिकट चेकिंग स्टाफ के प्रति आभार व्यक्त किया.