सभी रेलकर्मी समान है, भले ही उनके दायित्व अलग-अलग हैं -वी.के.यादव

नव-नियुक्त चेयरमैन, रेलवे बोर्ड विनोद कुमार यादव ने पदभार ग्रहण किया

सीआरबी के लिए यादव से बेहतर चॉइस नहीं हो सकती थी -अश्वनी लोहानी

नई दिल्ली : विनोद कुमार यादव ने मंगलवार, 1 जनवरी को रेल भवन पहुंचकर नव-नियुक्त चेयरमैन, रेलवे बोर्ड (सीआरबी) का पदभार बिना किसी औपचारिकता अथवा आडंबर के सरल रूप से ग्रहण किया. हालांकि इस मौके पर सोशल मीडिया में एक ट्रैकमैन के फीता काटकर उदघाटन करने की एक तस्वीर वायरल हुई, जिसके बारे में यह कहा गया कि श्री यादव ने सीआरबी के चैम्बर की विधि-विधान से पूजा-अर्चना कराई और एक वरिष्ठ ट्रैक मेंटेनर से चैम्बर के द्वार पर लगाया गया लाल फीता कटवाकर चैम्बर का विधिवत उदघाटन करवाया, उसके बाद चैम्बर में प्रवेश करके पदभार ग्रहण किया. प्रस्तुत तस्वीर में श्री यादव उदघाटनकर्ता ट्रैक मेंटेनर के बगल में खड़े हैं. जबकि श्री यादव द्वारा पदभार ग्रहण करने के अवसर पर वास्तव में ऐसा कुछ भी नहीं किया गया था. इस संबंध में ‘रेल समाचार’ को मिली जानकारी के अनुसार उक्त तस्वीर गुंटकल मंडल, दक्षिण मध्य रेलवे में बनाई गई एक गैंगहट के उदघाटन की थी.

फोटो परिचय : 5 दिसंबर 2018 को वाड़ी-गुंटकल सेक्शन, गुंटकल मंडल, दक्षिण मध्य रेलवे के लेवल क्रासिंग गेट नं. 219 के पास स्थापित किए गए प्री-फैब्रिकेटेड मॉडर्न ‘गैंग टूल सह रेस्ट रूम’ का उदघाटन वरिष्ठ गैंगमेट ओन्नप्पा के हाथों से करवाते हुए तत्कालीन महाप्रबंधक/द.म.रे. विनोद कुमार यादव (घेरे में). तस्वीर में गैंगमेट के ठीक पीछे खड़े डीआरएम/गुंटकल विजय प्रताप सिंह भी नजर आ रहे हैं.

फोटो परिचय : वाड़ी-गुंटकल सेक्शन, गुंटकल मंडल, दक्षिण मध्य रेलवे के लेवल क्रासिंग गेट नं. 219 के पास स्थापित किया गया प्री-फैब्रिकेटेड मॉडर्न ‘गैंग टूल सह रेस्ट रूम’.

इस संदर्भ में ‘रेल समाचार’ द्वारा संपर्क किए जाने पर डीआरएम/गुंटकल विजय प्रताप सिंह ने बताया कि उक्त तस्वीर वाड़ी-गुंटकल सेक्शन, गुंटकल मंडल, दक्षिण मध्य रेलवे के लेवल क्रासिंग गेट नं. 219 के पास स्थापित की गई गैंगहट की है, जहां पहले से तैयार (प्री-फैब्रिकेटेड) मॉडर्न ‘गैंग टूल सह रेस्ट रूम’ का उदघाटन 5 दिसंबर 2018 को तत्कालीन महाप्रबंधक/द.म.रे. विनोद कुमार यादव ने रायचूर-येरमारस सेक्शन में कार्यरत गैंग नं. 3 के वरिष्ठ गैंगमेट ओन्नप्पा के हाथों से करवाकर सभी ट्रैकमैनों एवं गैंगमेट्स का सम्मान बढ़ाया था. श्री सिंह ने यह भी बताया कि इस तरह की प्री-फैब्रिकेटेड गैंग-हट्स की स्थापना गुंटकल मंडल सहित दक्षिण मध्य रेलवे के अन्य मंडलों में भी की गई है, जिसकी परिकल्पना तत्कालीन जीएम/द.म.रे. और वर्तमान सीआरबी श्री यादव की थी.

फोटो परिचय : वाड़ी-गुंटकल सेक्शन, गुंटकल मंडल, दक्षिण मध्य रेलवे के लेवल क्रासिंग गेट नं. 219 के पास स्थापित किए गए प्री-फैब्रिकेटेड मॉडर्न ‘गैंग टूल सह रेस्ट रूम’ का अंदरूनी दृश्य.

हालांकि कुछ लोग पदभार ग्रहण करने से पहले धार्मिक परंपराओं एवं व्यक्तिगत मान्यताओं के अनुसार की जाने वाली औपचारिकताओं को अनावश्यक आडंबर की संज्ञा देते हैं. परंतु ज्यादातर लोगों का मानना है कि इस प्रकार की सभी औपचारिकताएं हमारी भारतीय संस्कृति की द्योतक हैं, क्योंकि ईश्वर पर आस्था रखने वाला प्रत्येक धर्म-परायण भारतीय नागरिक को इन परंपराओं का अनुसरण करके न सिर्फ पर्याप्त आत्मिक संतोष प्राप्त होता है, बल्कि इस प्रकार उसका आत्म-बल भी मजबूत होता है. इसके अलावा इससे उसके पारिवारिक संस्कारों का भी पता चलता है. निवर्तमान अश्वनी लोहानी और वर्तमान सीआरबी विनोद कुमार यादव ने भारतीय रेल के सबसे निचले पायदान पर काम करने वाले ट्रैक मेंटेनर्स को सम्मान दिए जाने की जो नई परंपरा की शुरुआत की है, उससे भारतीय रेल में वास्तव में एक पारिवारिक वातावरण बना है. इस माध्यम से उन्होंने यह भी दर्शाया है कि भारतीय रेल में काम करने वाला प्रत्येक कर्मचारी और अधिकारी समान है, भले ही उनके दायित्व अलग-अलग हैं.

फोटो परिचय : ट्रैकमैनों का अभिवादन करते हुए तत्कालीन महाप्रबंधक/द.म.रे. विनोद कुमार यादव. उनके साथ हैं डीआरएम/गुंटकल विजय प्रताप सिंह.

महाप्रबंधक/द.म.रे. रहते हुए विनोद कुमार यादव ने कार्मिक कल्याण के पर्याप्त कार्य किए हैं. इसके अलावा उनके सतत निरीक्षणों और दौरों से मुख्यालय सहित सभी मंडलों के कर्मचारी और अधिकारीगण हमेशा अलर्ट मॉड में रहकर अपने दायित्वों का पालन करते रहे. उ.प्र. के बलिया जिले की तहसील बैरिया के अंतर्गत सुकरौली गांव के मूल निवासी श्री यादव ने अपने मिलनसार व्यक्तित्व के कारण दक्षिण मध्य रेलवे में कभी किसी अधिकारी या कर्मचारी को किसी प्रकार की शिकायत का मौका नहीं दिया. जीएम चैम्बर के उनके दरवाजे हर उस किसी कर्मचारी और अधिकारी के लिए हमेशा खुले रहे, जिसकी निचले पायदान पर कोई सुनवाई नहीं होती थी.

फोटो परिचय : ट्रैकमैनों को कार्य दौरान काम आने वाली वर्किंग एवं सेफ्टी किट प्रदान करते हुए तत्कालीन महाप्रबंधक/द.म.रे. विनोद कुमार यादव. उनके दायें खड़े हैं डीआरएम/गुंटकल विजय प्रताप सिंह.

‘रेल समाचार’ को दक्षिण मध्य रेलवे के एक ट्रैकमैन से एक वीडियो प्राप्त हुआ है, जिसमें बिना किसी झिझक या हिचक दर्शाए श्री यादव ट्रैकमैनों और अन्य कर्मचारियों के बीच उनसे वार्तालाप करते हुए नजर आ रहे हैं. वीडियो में साफ सुनाई दे रहा है कि श्री यादव अन्य जोनों में ट्रांसफर चाहने वाले कर्मचारियों से साफ तौर पर कह रहे हैं कि जहां उन्हें नियुक्त किया गया है, वहां वे मन लगाकर काम करें. उन्होंने उनसे यह भी कहा कि वे अपने गांव के युवाओं से पूछें की उनके लिए नौकरी का क्या महत्त्व है. उन्हें तो सरकारी नौकरी, वह भी रेलवे में, मिली है, जहां उन्हें सौभाग्य से जनसेवा का उन्हें अवसर भी मिला है.उन्होंने रेलकर्मियों का समझाते हुए यह भी कहा कि पांच साल पूरे होने पर आवेदन देकर रखें, जैसे-जैसे नए लोग आते जाएंगे, उन्हें वरीयता क्रम छोड़ दिया जाएगा.

फोटो परिचय : ट्रैकमैनों के साथ तत्कालीन महाप्रबंधक/द.म.रे. विनोद कुमार यादव और डीआरएम/गुंटकल विजय प्रताप सिंह.

प्राप्त जानकारी के अनुसार श्री यादव अपने जीवट और संघर्ष के बल पर आज भारतीय रेल के शीर्ष पर्द तक पहुंचने में कामयाब हुए हैं. उनके पिताश्री शीतला प्रसाद यादव सीडीओ कार्यालय में एक सामान्य क्लर्क के पद पर कार्यरत थे. उनके चाचा बनवारी लाल यादव विधायक रहे और ससुर बलराम सिंह यादव उ.प्र. सरकार में मंत्री रहे हैं. उनकी प्रारंभिक शिक्षा गांव के प्राइमरी स्कूल में हुए और फिर जिले के नरहरी इंटर कॉलेज से 10वीं और राजकीय इंटर कॉलेज से 12वीं की पढ़ाई पूरी की थी.तत्पश्चात इलाहाबाद विश्वविद्यालय से इंजीनियरिंग करने के बाद आस्ट्रेलिया से मास्टर डिग्री प्राप्त की. श्री यादव भारतीय रेल विभिन्न महत्वपूर्ण पदों पर रहकर कठिन दायित्वों का निर्वाह किया है. उन्हें रेल प्रशासन का गहन अनुभव प्राप्त है. 1 जनवरी 1960 को जन्मे श्री यादव 31 दिसंबर 2019 तक सीआरबी के पद पर रहेंगे. हालांकि रेलवे बोर्ड की क्लासिफाइड लिस्ट में उनकी जन्म-तिथि जनवरी 1959 देखकर उनके मात्र एक महीने सीआरबी के पद पर रहने की कल्पना से तमाम रेलकर्मियों को काफी निराशा हुई थी.

फोटो परिचय : ट्रैकमैनों के साथ तत्कालीन महाप्रबंधक/द.म.रे. विनोद कुमार यादव और डीआरएम/गुंटकल विजय प्रताप सिंह.

दक्षिण मध्य रेलवे के महाप्रबंधक रहे विनोद कुमार यादव को रेलवे बोर्ड का नया चेयरमैन नियुक्त किए जाने के विषय पर ‘रेल समाचार’ से अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए निवर्तमान सीआरबी अश्वनी लोहानी ने कहा कि सीआरबी के लिए श्री यादव से बेहतर अन्य कोई चॉइस नहीं हो सकती थी. उन्होंने यह भी कहा कि श्री यादव एक सरल व्यक्तित्व वाले ईमानदार अधिकारी हैं. उन्होंने दक्षिण मध्य रेलवे में अनेक सराहनीय विकास कार्य किए हैं. उनकी सरलता का परिचय यही है कि वह सभी रेलकर्मियों को एक समान मानते हैं, और सबके साथ समान व्यवहार करते हैं.