सीआरबी अश्वनी लोहानी ने की ट्रैकमैनों की मांगों पर गंभीर चर्चा

चक्रधरपुर पहुंचने पर ट्रैकमेंटेनर्स ने किया सीआरबी का भव्य स्वागत

चक्रधरपुर : ट्रैकमैनों के मसीहा बन चुके भारतीय रेल के मुखिया और रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष अश्वनी लोहानी रविवार, 2 सितंबर को निरीक्षण दौरे पर दक्षिण पूर्व रेलवे के चक्रधरपुर रेलवे स्टेशन पहुंचे. इस मौके पर महिला ट्रैक मेंटेनर एम. श्रीदेवी ने उनका भव्य स्वागत किया. इस अवसर पर बड़ी संख्या में उपस्थित ट्रैक मेंटेनर्स में भारी उत्साह और खुशी देखने को मिली. सीआरबी के स्वागत का अविस्मरणीय एवं अकल्पनीय मौका पाकर श्रीदेवी की खुशी का कोई ठिकाना नहीं था. इस दुर्लभ मौके को हमेशा के लिए यादगार बनाने हेतु श्रीदेवी ने श्री लोहानी के साथ सेल्फी भी ली. अपने व्यस्त निरीक्षण कार्यक्रम के बावजूद सीआरबी श्री लोहानी ने पर्याप्त समय निकालकर रेलवे की रीढ़ ट्रैकमैनों से उनकी मांगों और समस्याओं पर विस्तृत चर्चा की तथा यथासंभव उनका शीघ्र समाधान करने का आश्वासन भी दिया.

इसी क्रम में रेलवे कर्मचारी ट्रेकमेंटेनर एसोसिएशन (आरकेटीए) के राष्ट्रीय महामंत्री जी. गणेश्वर राव के नेतृत्व में एक शिष्टमंडल सीआरबी श्री लोहानी से मिला और उन्हें ट्रैकमैनों की वर्षों से लंबित मांगों का एक ज्ञापन सौंपा. इस मौके पर श्री लोहानी ने ट्रैकमैनों के कार्यों की सराहना करते हुए रेलवे के प्रति उनकी समर्पण भावना का आदर किया. गणेश्वर राव ने बताया कि ज्ञापन में आरकेटीए ने मांग की है कि ट्रैकमैन को 15 वर्षों की ड्यूटी के पश्चात अन्य तकनीकी विभागों में 4200 ग्रेड-पे के सीनियर टेक्नीशियन के पद पर पदोन्नत किया जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि लारजेस स्कीम को पुनः शुरू करके उसे संरक्षा श्रेणी के सभी ग्रेड-पे पर लागू किया जाए और 2014-15 में लारजेस के तहत दिए गए आवेदनों का अविलंब निपटारा किया जाना चाहिए.

राष्ट्रीय महामंत्री राव ने ‘रेल समाचार’ से बात करते हुए कहा कि ज्ञापन में उन्होंने सीआरबी साहब से मांग की है कि जिन ट्रैकमैनों को प्रोमशन से वंचित रखा गया है, उन सभी को इसका लाभ मिलना चाहिए. इसके अलावा उन्होंने नई पेंशन स्कीम को अविलंब समाप्त कर पुरानी पेंशन योजना को तुरंत लागू करने की मांग की है. उन्होंने कहा कि सुरक्षा के मद्देनजर अन्य जोनों की भांति दक्षिण मध्य रेलवे में भी पेट्रोलिंग के लिए दो ट्रैकमैनों को एकसाथ भेजा जाना चाहिए, ताकि ट्रैकमैनों की सुरक्षा और रेलवे की संरक्षा को सुनिश्चित किया जा सके. एलडीसीई परीक्षा सभी ट्रैकमैनों के लिए ओपन करने की मांग करने के साथ ही इसमें उम्र की बाध्यता को समाप्त कर सभी ट्रैकमैनों को इसका अवसर दिया जाना चाहिए.

उन्होंने कहा कि ज्ञापन में ट्रैकमैनों के वर्षों से लंबित पड़े जोनल, डिवीजनल और म्यूचुअल ट्रांसफर को त्वरित गति से निष्पादित करने की मांग सीआरबी से की गई है. उनका कहना था कि बिना सत्यता जांच के ट्रैकमैन को चार्जशीट दे देना या ट्रांसफर कर देना अथवा सेवा से बर्खास्त कर देने जैसी अधिकारियों की तानाशाही पर रोक लगाए जाने की भी मांग की गई है. आधिकारियों द्वारा कर्मचारी के साथ सद्व्यवहार किया जाए, ट्रैकमैनों को हल्के एवं तकनीकी औजार दिए जाएं, ताकि ट्रैक की मरम्मत शीघ्रता से की जा सके. ट्रेनिंग और संरक्षा सेमिनारों में ट्रैकमैनों को योग का प्रशिक्षण भी दिया जाए, ताकि उनका मानसिक और शारीरिक तनाव कम हो और रेलवे की संरक्षा सुनिश्चित की जा सके.

श्री राव ने बताया कि ट्रैकमैनों की सभी मांगें रेलवे की सुरक्षा और संरक्षा से ही संबंधित हैं. सीआरबी से चर्चा के दौरान 28 अगस्त को रेलवे बोर्ड द्वारा ट्रैक मेंटीनेंस से जुड़े सभी कर्मचारियों के लिए रिस्क एवं हार्डशिप एलाउंस में की जाने वाली बढ़ोत्तरी हेतु वित्त मंत्रालय को भेजे गए प्रस्ताव पर श्री राव ने खुशी जाहिर की. उन्होंने इसके लिए सीआरबी श्री लोहानी को ट्रैकमैनों का मसीहा कहा और सभी ट्रैकमैनों की तरफ से उनका आभार व्यक्त किया. इससे पूर्व आरकेटीए की सहायक राष्ट्रीय महामंत्री एवं महिला ट्रैक मेंटेनर एम. श्रीदेवी ने श्री लोहानी का स्वागत किया. इस दौरान चक्रधरपुर के विभिन्न स्टेशनों खासकर बंडामुंडा और राउरकेला से बड़ी संख्या में आए ट्रैकमैन उपस्थित थे.

गणेश्वर राव ने कहा कि आज का दिन ट्रैकमैनों के लिए बहुत सौभाग्यशाली रहा है, जब दक्षिण पूर्व रेलवे के चक्रधरपुर स्टेशन पर सीआरबी अश्वनी लोहानी ने हमारी सभी मांगों पर गंभीरता से विचार करने का आश्वासन दिया. उन्होंने कहा कि श्री लोहानी के चक्रधरपुर पहुंचने पर आरकेटीए के सैकड़ों सदस्य ट्रैकमैनों ने उनका जोरदार स्वागत किया. ज्ञापन देने और चर्चा के दौरान श्री राव के साथ आरकेटीए के राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष दिलीप राय और जोनल महामंत्री एन. एन. चटर्जी भी शामिल थे. सीआरबी ने उनकी मांगों को गंभीरता से सुना तथा सभी मांगों पर शीघ्र विचार करने का आश्वासन भी दिया.