संरक्षा और दक्षता पर बल
झाँसी मंडल ने अगस्त, 2024 में कई संरक्षा और गतिशीलता वाले सुधार कार्यों को पूरा किया
प्रयागराज ब्यूरो: मंडल रेल प्रबंधक/झाँसी, दीपक कुमार सिन्हा के मार्गदर्शन में ट्रेन परिचालन में संरक्षा और गतिशीलता बढ़ाना झाँसी मंडल पर एक निरंतर प्रयास है। 130 किमी प्रति घंटे के मुख्य मार्ग वाले उच्चतम नेटवर्क और उच्च घनत्व वाले पासिंग यातायात के दृष्टिगत उत्तर मध्य रेलवे, झाँसी मंडल पर संरक्षा और गतिशीलता को सर्वोपरि बनाए रखने पर पूरा जोर दिया जा रहा है।
इसी क्रम में झाँसी-मानिकपुर खंड के लेवल क्रासिंग सं. 439A और 443 पर रोड अंडर ब्रिज (आरयूबी) की कमिशनिंग का कार्य पूरा कर गेट को बंद किया गया है। जून माह के दौरान, वीरांगना लक्ष्मी बाई झाँसी-धौलपुर सेक्शन में सिकरोदा, दतिया, बिरलानगर और बानमोर स्टेशनों की तीसरी लाइनों पर पहली लूप लाइन की गति 15 किमी प्रति घंटे से बढ़ाकर 30 किमी प्रति घंटे कर दी गई है।
जून माह के दौरान ही 18 ग्लू जॉइंट्स को बदला गया है। माह के दौरान 9 नग प्वाइंट मशीनें बदल दी गईं। अगस्त’24 तक कुल 47 प्वाइंट मशीनें बदल दी गई हैं। अगस्त माह से दौरान मशीनों द्वारा ट्रैक की 12.286 किमी गहरी स्क्रीनिंग की गई है। रोलिंग स्टॉक रखरखाव के क्षेत्र में, 20 कोचों के मध्यवर्ती ओवरहालिंग (#IOH) एवं 72 वैगनों की नियमित ओवरहालिंग (#ROH) किया गया, जो संरक्षित और सुगम ट्रेन संचालन को सुनिश्चित करेगा।
संरक्षा को ध्यान में रखते हुए झाँसी मंडल के विभिन्न स्टेशनों, क्रू-लॉबी, यार्डों इत्यादि में सिग्नल पासिंग एट डैंजर (#SPAD) की रोकथाम, शंटिंग ऑपरेशन के दौरान बरती जाने वाली सावधानियां, कार्यस्थलों पर कर्मियों के लिए सावधानियां और हाट एक्सल के मामले में की जाने वाली कार्यवाईयों आदि पर 15 से अधिक संरक्षा सेमिनार आयोजित किए गए।
इन संरक्षा सेमिनारों में फ्रंट लाइन के कर्मचारियों के साथ सीधे संवाद किया गया, ताकि उन्हें संरक्षित और कुशल ट्रेन संचालन और रखरखाव गतिविधियों के लिए नवीनतम और अप टू डेट संरक्षा संबंधी निर्देशों से युक्त किया जा सके।