हिन्दी ने सामाजिक, सांस्कृतिक एवं राष्ट्रीय सरोकारों की नई चेतना का संचार किया है -उपेन्द्र चंद्र जोशी, जीएम/उ.म.रे.
राजभाषा पखवाड़े का शुभारंभ एवं क्षेत्रीय राजभाषा कार्यान्वयन समिति की बैठक का आयोजन
प्रयागराज ब्यूरो: उत्तर मध्य रेलवे मुख्यालय में महाप्रबंधक उपेन्द्र चंद्र जोशी की अध्यक्षता में राजभाषा पखवाड़े का शुभारंभ कार्यक्रम तथा क्षेत्रीय राजभाषा कार्यान्वयन समिति की बैठक का आयोजन किया गया। इस उपलक्ष्य में महाप्रबंधक उपेन्द्र चंद्र जोशी ने माँ सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण तथा दीप प्रज्ज्वलित कर राजभाषा पखवाड़े का शुभारंभ किया। इस अवसर पर उपस्थित अधिकारियों और कर्मचारियों को संबोधित करते हुए महाप्रबंधक ने कहा कि एक भाषा के रूप में हिंदी का विकास कई भाषाओं और अनेक बोलियों एवं उपभाषाओं को मिलाकर हुआ है। इसलिए इसे देश की मिली-जुली संस्कृति की भाषा माना जाता है और संविधान में सभी प्रमुख भारतीय भाषाओं के शब्दों को शामिल कर इसे समावेशी रूप देने की परिकल्पना की गई है। हिंदी के पास अपना अत्यंत विविधता वाला समृद्ध साहित्य है, जिसने सामाजिक, सांस्कृतिक एवं राष्ट्रीय सरोकारों के लिए नई चेतना का संचार किया है।
उन्होंने कहा कि आज सूचना तकनीक, मीडिया, मनोरंजन, व्यापार, वाणिज्य जैसे विभिन्न क्षेत्रों में हिंदी के बढ़ते प्रयोग से इसके स्वरूप को एक नया आयाम मिला है, जिससे इसकी क्षमता और संभावना कई गुना बढ़ गई है। श्री जोशी ने कहा कि रेलवे आम जनता से जुड़ी हुई है। हमें उन्हें अपने कार्यों, योजनाओं और उपलब्धियों की जानकारी हिंदी में पहुँचानी चाहिए। इससे राजभाषा के साथ-साथ सर्वसामान्य के प्रति हमारी प्रतिबद्धता परिलक्षित होती है। उन्होंने कहा कि उत्तर मध्य रेलवे का संपूर्ण कार्यक्षेत्र साहित्य, संस्कृति, इतिहास एवं विरासत की परंपरा के लिए प्रसिद्ध है। यहाँ की श्रेष्ठ साहित्यिक रचनाशीलता ने पूरे देश में अपनी अमिट छाप छोड़ी है। इस पृष्ठभूमि में हमसे यह अपेक्षा की जाती है कि हिंदी के प्रयोग-प्रसार में बढ़-चढ़कर योगदान दें।
महाप्रबंधक ने कहा कि स्टेशन और जनसंपर्क स्थल हमारे कामकाज की पहचान हैं। इसलिए स्टेशनों पर यात्री एवं ग्राहकों से संबंधित सभी सुविधाओं और सूचनाओं में हिंदी-अंग्रेजी द्विभाषी रूप का प्रयोग सुनिश्चित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि आगामी कुंभ मेले में देश-विदेश के कोने-कोने से आने वाले तीर्थयात्रियों और पर्यटकों को पूरी तत्परता के साथ अपनी उत्कृष्ट सेवाएं प्रदान करने के लिए हमारी रेलवे पूरी तरह प्रतिबद्ध है। हमें यात्रियों को सहज और सरल हिंदी के माध्यम से यात्री सुविधाओं की सूचना एवं सेवा उपलब्ध कराकर, अपनी सांस्कृतिक विविधता में एकता की भावना प्रदर्शित करनी है।
श्री जोशी ने सभी विभाग प्रमुखों एवं अधिकारियों को राजभाषा अधिनियम और नियम के प्रावधान, सभी प्रकार के पत्राचार, टिप्पणियों, डिक्टेशन, निरीक्षण रिपोर्ट, विभागीय कार्यवाहियों आदि में हिंदी अथवा हिंदी-अंग्रेजी द्विभाषी रूप के प्रयोग में हासिल प्रगति को बनाए रखने और अपेक्षित लक्ष्य को पूरा करने के निर्देश दिए। उन्होंने हिंदी के उत्कृष्ट प्रयोग-प्रसार के लिए मंडल रेल प्रबंधक कार्यालय, प्रयागराज और उत्तर मध्य रेलवे महाप्रबंधक कार्यालय को नगर राजभाषा कार्यान्वयन समिति, प्रयागराज की चल वैजयंती का क्रमश: प्रथम एवं तृतीय पुरस्कार प्राप्त करने पर तथा उत्तर मध्य रेलवे के प्रधान मुख्य कार्मिक अधिकारी/प्रशासन मुदित चंद्रा और मुख्य यातायात योजना प्रबंधक राजेश कुमार को रेलमंत्री राजभाषा रजत पदक दिए जाने पर बधाई दी।
बैठक में मुख्य राजभाषा अधिकारी एवं प्रधान मुख्य सिगनल एवं दूरसंचार इंजीनियर सतेन्द्र कुमार ने समिति के अध्यक्ष महाप्रबंधक उपेन्द्र चंद्र जोशी और सभी सदस्यों का स्वागत किया और राजभाषा के प्रयोग-प्रसार के लिए किए गए कार्यों और उपलब्धियों से अवगत कराया। उन्होंने बताया कि साहित्यकारों और महापुरुषों की जयंती के अवसर पर कई साहित्यिक संगोष्ठियों का आयोजन किया गया। मुख्यालय में उपन्यास सम्राट मुंशी प्रेमचंद की जयंती पर उनके जीवन प्रसंग एवं साहित्यिक योगदान का चित्रण, गोस्वामी तुलसीदास जी की जयंती के उपलक्ष्य में झाँसी मंडल द्वारा बांदा स्टेशन पर साहित्यिक संगोष्ठी और वैगन मरम्मत कारखाना, झाँसी में गीतकार शैलेन्द्र की जयंती पर कवि गोष्ठी आयोजित की गई। मंडल रेल प्रबंधक कार्यालय, आगरा में रेल सुरक्षा बल शाखा, लेखा शाखा, सिग्नल एवं दूरसंचार शाखा और कार्मिक शाखा में किए जा रहे कार्यों की राजभाषा प्रदर्शनी लगाई गई तथा राजभाषा के प्रयोग-प्रसार की समीक्षा की गई। सतेन्द्र कुमार ने राजभाषा पखवाड़े के दौरान मुख्यालय में आयोजित की जाने वाली प्रतियोगिताओं और कार्यक्रमों की जानकारी दी।
कार्यक्रम में अपर महाप्रबंधक जे. एस. लाकरा और सभी प्रधान विभाग प्रमुखों सहित अन्य अधिकारी तथा कर्मचारी उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन चन्द्र भूषण पाण्डेय, वरिष्ठ राजभाषा अधिकारी ने किया तथा उप मुख्य राजभाषा अधिकारी एवं उप मुख्य सिगनल एवं दूरसंचार इंजीनियर/प्रोजेक्ट श्रीमती प्रियंका सिंह ने धन्यवाद ज्ञापित किया।