पूर्वोत्तर रेलवे: संपन्न हुआ गोंडा यार्ड रिमॉडलिंग का कार्य
गोंडा स्टेशन यार्ड में रनिंग लाइन की संख्या 10 से बढ़कर 18 हुई, लखनऊ, सीतापुर, मनकापुर, बलरामपुर एवं बहराइच छोर की गाड़ियों के एक साथ अलग-अलग प्लेटफार्म पर आगमन और प्रस्थान की सुविधा
गोरखपुर ब्यूरो: रेल प्रशासन द्वारा परिचालनिक सुविधा के लिए गोंडा जंक्शन स्टेशन की यार्ड रिमॉडलिंग का कार्य 17 मई, 2022 से आरम्भ किया गया था, जो कि 8 जून, 2022 को पूरा हुआ है। इस यार्ड रिमॉडलिंग के कारण बहुत सी गाड़ियों का मार्ग परिवर्तन एवं निरस्तीकरण किया गया था, जिनमें कुछ गाड़ियों के अतिरिक्त शेष सभी गाड़ियों का संचालन पूर्ववत आरम्भ कर दिया गया है।
गोंडा जं. स्टेशन पूर्वोत्तर रेलवे का काफी बड़ा यार्ड है। यह 4 किमी लम्बाई में फैला है। इस स्टेशन पर वर्ष 1999 के बाद से बड़ी लाइन में एक भी नई लाइन का निर्माण नही हुआ था। केवल दोहरीकरण एवं आमान परिवर्तन का कार्य किया गया था, जबकि इन वर्षों में गाड़ियों की संख्या में अत्यधिक वृद्धि हुई है, जिससे गोंडा एवं निकटवर्ती स्टेशनों पर गाड़ियों का विलम्बन अधिक हो रहा था।
यार्ड की समस्याओं एवं वर्तमान और भविष्य में बढ़ते यातायात की दृष्टि से गोंडा में यार्ड रिमाडलिंग की आवश्यकता काफी वर्षों से महसूस की जा रही थी, इस कारण गोंडा यार्ड रिमॉडलिंग का कार्य किया जाना बहुत आवश्यक हो गया था।
इस यार्ड रिमॉडलिंग से निम्नलिखित सुविधाएं प्राप्त होगी-
– प्लेटफार्म की संख्या 3 से बढ़ाकर 5 हो जाएगी, जिससे लखनऊ, सीतापुर, मनकापुर, बलरामपुर एवं बहराइच छोर की गाड़ियों का एक साथ अलग-अलग प्लेटफार्म पर आगमन एवं प्रस्थान की सुविधा होगी। गाड़ियों का होम सिग्नल एवं निकटवर्ती स्टेशनों पर विलम्बन कम होगा।
– यार्ड रिमॉडलिंग के तहत उन्नत सिग्नलिंग व्यवस्था का प्रावधान किया गया है, जिसमें सिग्नल एवं प्वाइंट्स की विफलता कम होगी। गाड़ियों के होम सिग्नल के अंदर प्रवेश करते ही दूसरी गाड़ी के लिए लाइन क्लियर दिया जा सकेगा, जिससे गाड़ियों के संचलन में तेजी आएगी।
– बहराइच की ओर गाड़ियों को गोंडा होते हुए मनकापुर-गोरखपुर, मनकापुर-अयोध्या, बलरामपुर-बढ़नी मार्ग पर सीधे संचालित किया जा सकेगा तथा इंजन रिवर्सल कराकर लखनऊ अथवा सीतापुर की तरफ संचालित किया जा सकेगा, जिससे बहराइच एवं श्रावस्ती जिले के यात्रियों को भविष्य में सीधी गाड़ियों की सुविधा एवं क्षेत्र के व्यापारियों को सीधे माल भेजने की सुविधा प्राप्त हो जाएगी।
– गोंडा स्टेशन पर वर्तमान में 10 रनिंग लाइन (स्टेशन पर 6 तथा गुड्स यार्ड में 4 लाइन) बढ़कर 18 रनिंग लाइन (स्टेशन यार्ड से 9 तथा गुड्स यार्ड में 9 लाइन) प्राप्त होगी, जिससे मालगाड़ियों के संचालन में भी सुविधा होगी तथा उनकी अनुरक्षण क्षमता में वृद्धि होगी।
– गोंडा यार्ड रिमॉडलिंग कार्य में अत्याधुनिक सिग्नलिंग, इंटरलॉकिंग, क्रासओवर, रेल ज्वाइंट एवं उपकरणों का प्रयोग किया गया है, जिससे गाड़ियों के संचालन में सुविधा के साथ संरक्षित एवं सुरक्षित संचालन हो सकेगा।