“गरीब कल्याण सम्मेलन” में प्रधानमंत्री ने किया जनकल्याण योजनाओं के लाभार्थियों से सीधा संवाद
शिमला, हिमाचल में 31.05.2022 को आयोजित “गरीब कल्याण सम्मेलन” में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से देश भर के सरकारी जनकल्याण योजनाओं के लाभार्थियों से सीधा संवाद स्थापित किया और इन योजनाओं की समीक्षा करते हुए इनके लाभार्थियों पर इसके पड़ने वाले प्रभाव का आकलन भी किया।
इस कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आजादी का अमृत महोत्सव समारोह के हिस्से के रूप में भारत सरकार के नौ मंत्रालयों और विभागों की लगभग सोलह जनकल्याणकारी योजनाओं और कार्यक्रमों के लाभार्थियों के साथ वार्ता की।
सरकारी योजनाओं के लाभार्थियों को वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से सीधे संबोधित करने के प्रधानमंत्री के इस जनोन्मुखी कार्यक्रम को सभी जोनल रेलों द्वारा देश भर के अधिकांश रेलवे स्टेशनों पर ऑडियो-वीडियो दोनों माध्यमों से प्रसारण किया गया।
“गरीब कल्याण सम्मेलन” नामक राष्ट्रीय स्तर का यह कार्यक्रम 31 मई, 2022 को शिमला में आयोजित किया गया, जहां प्रधानमंत्री ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से देश भर के लाभार्थियों से सीधे बातचीत कर संवाद स्थापित किया।
इस अवसर पर प्रधानमंत्री द्वारा 21,000 करोड़ रुपये से अधिक की किसान सम्मान निधि की 11वीं किस्त भी जारी की गई। इसके साथ ही राज्य की राजधानियों, जिला मुख्यालयों और केवीके केंद्रों पर भी कार्यक्रम आयोजित किए गए। कार्यक्रमों की इस श्रृंखला के तहत, योजना के लाभार्थियों के साथ ही राज्यों के मुख्यमंत्रियों, केंद्रीय और राज्य मंत्रियों, सांसदों, विधान सभा सदस्यों और अन्य निर्वाचित जनप्रतिनिधियों के साथ भी प्रधानमंत्री ने बातचीत की।
इस वार्ता के माध्यम से इन योजनाओं के अभिसरण और संतृप्ति की संभावना का पता चलेगा और वर्ष 2047 में राष्ट्र की स्वतंत्रता के 100 वर्ष पूरे होने के समय के लिए नागरिकों की आकांक्षा का आकलन करने का अवसर मिलेगा। यह सम्मेलन देश भर में अब तक के सबसे बड़े एकल आयोजनों में एक रहा एवं इसके तहत प्रधानमंत्री ने देश के सभी जिलों के लाभार्थियों के साथ इन योजनाओं और कार्यक्रमों का उनके जीवन पर पड़ने वाले प्रभाव के बारे में बातचीत की।
दो चरणों वाले इस कार्यक्रम के तहत राज्य/जिला/केवीके स्तर का समारोह सुबह 9.45 बजे से शुरू हुआ और लगभग 11.00 बजे ये राष्ट्रीय स्तर के कार्यक्रम से जुड़ गया। राष्ट्रीय कार्यक्रम का दूरदर्शन के माध्यम से राष्ट्रीय और क्षेत्रीय चैनलों पर सीधा प्रसारण किया गया। MyGov के माध्यम से राष्ट्रीय कार्यक्रम को वेबकास्ट करने का भी प्रावधान किया गया। इसे अन्य सोशल मीडिया चैनलों जैसे यूट्यूब, फेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम आदि के माध्यम से भी देखा जा सकता है।
यह उम्मीद की जाती है कि इस संवाद ने न केवल नागरिकों के जीवन को आसान बनाने वाली इन योजनाओं के जन-केंद्रित दृष्टिकोण को उजागर किया, बल्कि जनआकांक्षाओं के संबंध में सरकार को अवगत और यह सुनिश्चित करने में लाभकारी सिद्ध होगा कि देश की प्रगति के लिए कोई भी पीछे न छूट जाए एवं प्रत्येक जरूरतमंद को लाभान्वित किया जा सके।