आरपीएफ ने रिकॉर्ड समय में उजागर किया रेलवे सामग्री की चोरी का एक बड़ा मामला
चोरी का मास्टर माइंड और मुख्य आरोपी निकला एक मान्यताप्राप्त संगठन की कुर्ला शाखा का अध्यक्ष
मुंबई : मध्य रेलवे आरपीएफ इंटेलिजेंस विंग और कुर्ला पोस्ट के आरपीएफ कर्मियों ने मिलकर रिकॉर्ड समय में 18 अगस्त 2020 को रेलवे सामग्री की एक बड़ी चोरी का मामला पकड़ा है, जिसमें 17 व्यक्तियों को ओएचई सामग्री, वजन 34 मीट्रिक टन, के साथ गिरफ्तार किया, इस सामग्री की कुल कीमत 25.6 लाख रुपये है।
आरपीएफ इंटेलिजेंस विंग से प्राप्त जानकारी के आधार पर आरपीएफ इंस्पेक्टर, कुर्ला पी. आर. मीणा ने कुर्ला इलाके में छापेमारी की और 17 व्यक्तियों को एक ट्रक, एक स्कूटी, 15 ऑक्सीजन सिलेंडर, 5 वाणिज्य गैस सिलेंडर और 9 गैस कटर के साथ चोरी हुई पूरी सामग्री बरामद की। यह भी पता चला कि एक ट्रक सामग्री पहले ही बाहर हो चुकी है।
अपराध संख्या 03/2020 के अंतर्गत 17 अगस्त 2020 को 3आरपी(यूपी) ऐक्ट के तहत यह मामला आरपीएफ पोस्ट, कुर्ला, मुंबई मंडल, मध्य रेलवे में दर्ज किया गया था।
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ट्रक का पता लगाने के लिए आरपीएफ टीमों का गठन किया गया था और 12 घंटे के भीतर ही चोरी हुई सभी सामग्री बरामद कर सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है।
मामले के जांच अधिकारी आरपीएफ इंस्पेक्टर, दादर एस. के. कोस्टा थे।
ओएचई सामग्री कुर्ला में ओएचई की स्थापना के लिए खरीदी गई थी और डीजल शेड, कुर्ला के पास रखी थी।
इस रेल संपत्ति की चोरी का मास्टर माइंड और मुख्य आरोपी एक मान्यताप्राप्त संगठन की कुर्ला शाखा का अध्यक्ष आमिर खान फरार है। वह सीनियर सीडीओ/सीएंडडब्ल्यू, लोकमान्य तिलक टर्मिनस, कुर्ला के मातहत बतौर एमसीएम कार्यरत है।
कुर्ला टर्मिनस में कार्यरत कुछ रेलकर्मियों ने बताया कि आमिर खान ने गिरफ्तारी पूर्व जमानत ले ली है और इसके लिए उसने एक ऐसे बड़े वकील को लिया जो एक सुनवाई के लिए कम से कम पांच लाख रुपए की फीस चार्ज करता है।
रेलकर्मियों का यह भी कहना है कि कुल चोरी लगभग 18 करोड़ रुपए से भी ज्यादा की है। उन्होंने बताया कि आमिर खान द्वारा वेलफेयर सेंटर के नाम पर कुर्ला में बनाए गए अवैध निर्माण को आरपीएफ ने जेसीबी लगाकर तोड़ दिया है।
पी. आर. मीणा, निरीक्षक कुर्ला, एस. के. कोस्टा, इंस्पेक्टर, दादर और अमित राघव, इंस्पेक्टर, क्राइम इंटेलिजेंस ब्रांच, पनवेल, संजीव राणा ने सहायक सुरक्षा आयुक्त, दादर के मार्गदर्शन में अपने समर्पित प्रयासों से मामले को पकड़ा।
यह जानकारी मध्य रेलवे, जनसंपर्क विभाग, छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस, मुंबई द्वारा जारी एक विज्ञप्ति में भी दी गई है।