एआईआरएफ के आह्वान पर रेलकर्मी मनाएंगे काला दिवस
प्रधानमंत्री जनसंपर्क कार्यालय में ज्ञापन देने से रोकने पर डीरेका कर्मियों में भारी रोष
वाराणसी : भारत सरकार, रेल मंत्रालय (रेलवे बोर्ड) ने 100 दिन के लक्षित कार्यक्रम के अंतर्गत डीजल रेल इंजन कारखाना (डीरेका) सहित रेलवे की सभी सात उत्पादन इकाईयों एवं कारखानों को ‘निगम’ बनाने का आदेश दिया है, उसके खिलाफ ऑल इंडिया रेलवेमेंस फेडरेशन (एआईआरएफ) ने पूरी भारतीय रेल में सभी शाखाओं, मंडलों जोनों एवं सभी उत्पादन इकाईयों में एक साथ एक जुलाई से छ: जुलाई तक लगातार विरोध प्रदर्शन का आह्वान किया है.
एआईआरएफ के इस आह्वान पर इससे जुसे सभी जोनल संगठन एक जुलाई को पूरे देश में काला दिवस मनाएंगे. इसके तहत सभी रेलकर्मी बाहों में काली पट्टी बांधकर अपने कार्यस्थल पर काम करेंगे तथा अपने मुख्यालयों पर काले झंडे के साथ प्रदर्शन भी करेंगे.
इस संदर्भ में डीएलडब्ल्यू मेंस यूनियन की एक आपात बैठक डीरेका कर्मचारी क्लब में आयोजित की गई, जिसमें डीएलडब्ल्यू मेंस यूनियन के महामंत्री अरविंद श्रीवास्तव ने कहा कि चूकि अब ऑल इंडिया रेलवेमेंस फेडरेशन (एआईआरएफ) का आंदोलन को लेकर दिशा-निर्देश आ गया है, ऐसे में यूनियन ने इसके तहत पूरे डीरेका में एक जुलाई को काला दिवस मनाने का निर्णय लिया है. इस हेतु डीरका बचाओ संयुक्त संघर्ष समिति के संयोजक बी. डी. दुबे से भी सहमति प्राप्त हो गई है.
ज्ञापन देने से रोकने पर डीरेका कर्मियों में भारी रोष
इसी परिप्रेक्ष्य में डीरेका बचाओ संयुक्त संघर्ष समिति की एक आपात बैठक डीरेका कर्मचारी क्लब में हुई, जिसमें डीरेका कर्मियों को निगमीकरण के विरोध में प्रधानमंत्री जनसंपर्क कार्यालय में ज्ञापन सौंपने हेतु शांतिपूर्ण तरीके से रैली में जाते हुए जिला प्रशासन द्वारा रोका गया. इसके पश्चात् उत्पन्न परिस्थितियों के मद्देनजर कर्मचारियों में भारी आक्रोश पैदा हो गया. इस बारे में आगे की रणनीति पर चर्चा की गई.
बैठक में सभी यूनियनों एवं एसोसिएशनों के पदाधिकारी मौजूद थे. बैठक में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि जिले के सभी विधायकों को निगमीकरण रोकने हेतु पत्र दिया जाएगा और डीरेका कारखाने के पूर्वी द्वार से जुलूस निकालकर प्रशासन भवन पर प्रदर्शन किया जाएगा. इसके बाद रात 8:00 बजे से 8:30 बजे तक डीरेका परिसर में स्थित सभी कर्मचारियों के आवासों में विरोध स्वरूप अपने घरों की लाइट बंद करके निगमीकरण के विरोध स्वरूप ब्लैक आउट का आयोजन किया जाएगा.
यह जानकारी डीरेका बचाओ संयुक्त संघर्ष समिति एवं संयुक्त सचिव कर्मचारी परिषद डीरेका के संयोजक बी. डी. दुबे ने ‘रेल समाचार’ को भेजी गई एक विज्ञप्ति में दी है.