संरक्षा और विकास कार्यों का निरीक्षण
प्रयागराज ब्यूरो: मंडल रेल प्रबंधक दीपक कुमार सिन्हा ने शनिवार, 07.12.2024 को संरक्षा निरीक्षण के अंतर्गत कोच केयर सेंटर में विभिन्न महत्वपूर्ण कार्यों का गहन अवलोकन किया। उन्होंने कोचों की थर्मल स्कैनिंग प्रणाली का निरीक्षण किया, जो कोच में संभावित गर्मी संबंधी समस्याओं की पहचान में सहायक है। इसके माध्यम से कोच के संचालन में अधिक सुरक्षा और दक्षता सुनिश्चित की जाती है।
इसके अतिरिक्त, श्री सिन्हा ने कोच केयर सेंटर मे कोच अनुरक्षण एवं #IOH से जुड़े कार्य में संरक्षा से संबंधित विभिन्न कार्य प्रणालियों जैसे कि कोच के पहिये और उनमें आने वाली खामियों, कोच बोगी के साइड बियरर एवं डेस पोट के लुब्रिकेशन मे अपनाई जा रही प्रणालियों का गहनता से निरीक्षण किया और कार्यों के उन्नतिकरण के लिए किये जा रहे कार्यों की जानकारी राहुल शुक्ला सीनियर डीएमई से ली।
इसके साथ ही, उन्होंने फायर डिटेक्शन सिस्टम (#FDS) की प्रभावशीलता का भी आकलन किया। इस दौरान कोच मे धुआँ देते ही FDS एक्टिवेट हो गया और साइरन बजने लगा। अपनाई जा रही सभी अनुरक्षण प्रणालियों से संतुष्ट होकर उन्होने वहाँ पर कर्मचारियों और परवेक्षकों को संरक्षा से जुड़े सभी कार्यो में कोई भी शार्टकट न अपनाने के निर्देश भी दिए।
मंडल रेल प्रबंधक ने स्टेशन परिसर में नवस्थापित फुट ओवर ब्रिज (#FOB) पर एस्केलेटर का निरीक्षण किया और इसकी गुणवत्ता तथा उपयोगिता की समीक्षा की। इस निरीक्षण का उद्देश्य यात्रियों को सुविधाजनक और सुरक्षित सेवाएँ प्रदान करना है।
रेल प्रशासन यात्रियों की सुरक्षा और सुविधा के प्रति प्रतिबद्ध है और इस दिशा में लगातार कार्य कर रहा है। मंडल रेल प्रबंधक ने सभी कार्यों को बेहतर तरीके से निष्पादित करने हेतु कर्मचारियों की सराहना की और आगे भी इस गति को बनाए रखने का निर्देश दिया।
निरीक्षण के दौरान वरिष्ठ मंडल अभियंता (समन्वय) आशुतोष चौरसिया, वरिष्ठ मंडल यांत्रिक इंजीनियर राहुल शुक्ला, वरिष्ठ मंडल बिजली इंजीनियर नितिन गुप्ता, वरिष्ठ मंडल संरक्षा अधिकारी गिरीश कंचन, सीडीओ राजीव अवस्थी सहित अन्य अधिकारी, पर्यवेक्षक आदि उपस्थित रहे।
झाँसी मंडल द्वारा माल लदान एवं राजस्व अर्जन में उत्कृष्ट प्रदर्शन
प्रयागराज ब्यूरो: झाँसी मंडल यात्री सुविधाओं में विकास के साथ-साथ रेल राजस्व तथा माल लदान में बढ़ोतरी के लिए निरंतर प्रयत्नशील है। इसी क्रम में वर्तमान वित्तीय वर्ष में नवम्बर-24 में मंडल द्वारा आय अर्जन में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया गया है।
नवम्बर में यात्री परिवहन से झाँसी मंडल ने ₹82.3 करोड़ का राजस्व प्राप्त किया है, जो गत वर्ष नवम्बर माह में प्राप्त राजस्व ₹70.16 करोड से 17.30 प्रतिशत अधिक रहा तथा रेलवे बोर्ड द्वारा मंडल को दिए गए लक्ष्य से 3.25 प्रतिशत अधिक है।
माल यातायात में झाँसी मंडल ने उत्कृष्ट प्रदर्शन करते हुए ₹70.46 करोड़ का राजस्व अर्जित किया है, जो कि गत वर्ष की सामान अवधि में अर्जित ₹68.76 करोड़ से लगभग 3 प्रतिशत अधिक तथा टारगेट से लगभग 4 प्रतिशत अधिक रहा।
बिना टिकट / अनियमित टिकट के साथ यात्रा करने वालों, गंदगी करने तथा धुम्रपान करने वाले यात्रियों से जांच अभियान के माध्यम से ऐसे 45675 पेनल्टी प्रकरणों से मंडल ने ₹2.56 करोड़ का राजस्व अर्जित किया गया।
झाँसी मंडल की समस्त स्रोतों से अर्जित आय ₹158.98 करोड रही, जो कि गत वर्ष की सामान अवधि में प्राप्त आय ₹143 करोड़ से 11 प्रतिशत तथा लक्ष्य से लगभग 5 प्रतिशत अधिक रही।
मंडल रेल प्रबंधक दीपक कुमार सिन्हा ने रेलकर्मियों को बधाई दी और आगे बढ़कर और भी बेहतर प्रदर्शन हेतु प्रोत्साहित किया। उन्होंने कहा कि मंडल की यह उपलब्धि इस संदर्भ में और अधिक उल्लेखनीय हो जाती है कि इस मंडल की परिधि में रेलवे के माल लदान में मुख्यतः योगदान करने वाले प्राकृतिक संसाधन जैसे कोयला या लौह अयस्क आदि नहीं पाये जाते हैं, फिर भी मंडल द्वारा बेहतरीन प्रदर्शन किया जा रहा है।
दतिया-सोनागिर रेलखंड में ऑटोमैटिक सिग्नलिंग की कमीशनिंग का कार्य संपन्न
प्रयागराज ब्यूरो: मंडल रेल प्रबंधक दीपक कुमार सिन्हा के मार्गदर्शन में झाँसी मंडल ने दतिया-सोनागिर रेलखंड में ऑटोमैटिक सिग्नलिंग की कमीशनिंग का कार्य संपन्न कर एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की है। यह कमीशनिंग डाउन लाइन पर 11.26 किमी और अप लाइन पर 14.02 किमी क्षेत्र को कवर करती है।
उल्लेखनीय है की उक्त संस्थापन के उपरान्त धोलपुर-बीना सेक्शन के मध्य डाउन दिशा में 53.1 किमी तथा उप दिशा में 55.86 किमी की मंडल की संबसे लम्बी आटोमेटिक सिग्नल्लिंग संस्थापित की गयी है I अगले माह मंडल द्वारा सोनागिर-कोटरा-डबरा रेलखंड के मध्य आटोमेटिक सिग्नल्लिंग का कार्य संपन्न किया जाना है, जिससे खजराहा से आन्तरि स्टेशन तक सिगनलिंग सिस्टम पूर्णतः आटोमेटिक हो जाएगा।
कमीशनिंग की मुख्य विशेषताओं में EI बेस्ड आटोमेटिक हट्स LSC-21 (नया भवन) और LSC-22 तथा LSC-23 का संस्थापन किया गया जो कि दतिया–सोनागिर खंड में इंटरमीडिएट ब्लॉक हट्स (IBH) के रूप में काम करेंगे।
इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग (EI) का परिवर्तन: दतिया सेंट्रल और एंड कैबिन्स तथा सोनागिर सेंट्रल और एंड कैबिन्स में EI का सफलतापूर्वक परिवर्तन किया गया।
मौजूदा समपार फाटक में सुधार: इंजीनियरिंग लेवल क्रॉसिंग (LC) 382 और 385 को इंटरलॉक किया गया। इस कार्य के अंतर्गत सड़क उपयोगकर्ताओं हेतु संरक्षा सुधार के क्रम में 02 समपार फाटक भी इंटरलॉक किये गए।
यह महत्चपूर्ण कार्य उप मुख्य सिग्नल एवं टेलिकॉम इंजीनियर अमित गोयल, वरिष्ठ मंडल परिचालन प्रबंधक अखिल शुक्ल, वरिष्ठ मंडल सिग्नल एवं टेलिकॉम इंजीनियर (मेन लाइन) विष्णु शंकर गुप्ता सहित परिचालन और सिग्नल एवं टेलिकॉम के कर्मचारियों/पर्यवेक्षकों के अहम् योगदान से संपन्न हुआ।
यह उपलब्धि मंडल के मेन लाइन की संचालन क्षमता, संरक्षा, सुरक्षा और उन्नत संचार प्रणाली को मजबूत करने की प्रतिबद्धता का प्रमाण है। दतिया-सोनागिर रेलखंड में स्वचालित ब्लॉक सेक्शन की कमीशनिंग रेलवे अवसंरचना के आधुनिकीकरण की दिशा में एक और महत्वपूर्ण कदम है।