यात्रियों को स्वच्छ एवं उच्च गुणवत्ता वाला बेडरोल प्रदान करने को प्रतिबद्ध झाँसी मंडल
प्रयागराज ब्यूरो: सभी रेलयात्रियों को स्वच्छ एवं उच्च गुणवत्ता वाला लिनन प्रदान करने के लिए झाँसी मंडल प्रतिबद्ध है। रेलवे का लिनन मैनेजमेंट एसी क्लास के यात्रियों की सुविधा और स्वच्छता को प्राथमिकता देता है। हर यात्री को गाइडलाइंस के अनुसार 2 बेडशीट, 1 पिलो कवर, 1 ब्लैंकेट तथा एक हैंड टॉवल प्रदान किया जाता है, वहीँ प्रथम श्रेणी वातानुकूलित कोचों में उपरोक्त बेडरोल के अतिरिक्त कम्बल कवर के साथ तथा बाथ टॉवल का भी प्रावधान किया गया है और इनका वाशिंग कार्य यात्रियों के अनुभव को सर्वोत्तम बनाने के लिए विशेष रूप से सावधानीपूर्वक किया जाता है।
लिनन की वाशिंग प्रक्रिया: लिनन, पिलो कवर, हैंड टॉवल और तौलिए की वाशिंग प्रक्रिया इस प्रकार से संचालित की जाती है कि इन्हें हर उपयोग के बाद धोया जाता है, चाहे वह यात्रा के विभिन्न चरणों में ही क्यों न हो। उदाहरण के लिए, अगर कोई ट्रेन प्रयागराज से मुंबई जा रही है और पहले यात्री ने प्रयागराज से भोपाल तक यात्रा की, फिर दूसरा यात्री भोपाल से इटारसी और तीसरा इटारसी से मुंबई तक, तो तीन सेट लिनन का उपयोग होगा, और हर सेट को उपयोग के बाद वाश किया जाएगा। इस व्यवस्था के तहत यदि एक ट्रेन के यात्रा मार्ग में कई यात्री होते हैं, तो प्रत्येक यात्री को नया लिनन प्रदान किया जाता है। लिनन का उपयोग समाप्त होने के बाद हर सेट को धोकर फिर से उपयोग किया जाता है।
ब्लैंकेट वाशिंग प्रावधान: ब्लैंकेट प्रत्येक महीने धोए जाते हैं ताकि उनकी गुणवत्ता बनी रहे। पहले, 2010 से पहले ब्लैंकेट को हर तीन महीने में धोने का नियम था, लेकिन 2016 के बाद इसे हर महीने धोने का निर्णय लिया गया है। हालांकि, इस संबंध में यात्रियों से कई बार शिकायतें आई हैं, जिन पर रेलवे लगातार काम कर रहा है। ब्लैंकेट की मिसहैंडलिंग से बचने के लिए विशेष कदम उठाए जा रहे हैं, और यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि इसका उपयोग सावधानीपूर्वक हो।
लिनन की गुणवत्ता प्रबंधन और वाशिंग सुविधाएं: झाँसी मंडल के ग्वालियर स्टेशन स्थित लॉन्ड्री में उत्तर मध्य रेलवे के लिए वाशिंग कार्य आउटसोर्स किया जाता है। इस लॉन्ड्री में एक सीनियर सेक्शन इंजिनीयर (#SSE) नियुक्त है, जो यह सुनिश्चित करता है कि धोया गया लिनन, गन्दा और फटा हुआ न हो। इसके अलावा, लिनन की सफेदी की जांच वाइटोमीटर से की जाती है, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि यह सफेदी मानकों के अनुरूप है। ग्वालियर मशीनीकृत लौन्दरी में प्रतिदिन लगभग 6000 बेडशीट तथा 3000 पिलो कवर तथा हैण्ड टॉवल क्लीन किये जाते हैं।
यात्रियों को दो बेडशीट देने का उद्देश्य: यात्रियों को दो बेडशीट देने का उद्देश्य है कि वे एक बेडशीट को बिछाएं और दूसरी को ओढ़ें, ताकि ब्लैंकेट सीधे संपर्क में न आए। अब कई प्रीमियम ट्रेनों, जैसे प्रयागराज एक्सप्रेस और बुंदेलखंड एक्सप्रेस की फर्स्ट एसी क्लास में ब्लैंकेट को कवर करके दिया जाने लगा है, जिससे यात्रियों को अतिरिक्त सुविधा और स्वच्छता सुनिश्चित की जाती है।
लिनन की उपयोगी अवधि और डेट स्टैम्पिंग: लिनन की “कोडल लाइफ” यानी उसकी उपयोगी अवधि को ट्रैक करने के लिए हर लिनन पर डेट स्टैम्पिंग की जाती है। लिनन की उपयोगी अवधि 9 से 12 महीने होती है, जो उसकी गुणवत्ता पर निर्भर करती है। यह व्यवस्था सुनिश्चित करती है कि यात्रियों को उच्च गुणवत्ता का लिनन ही मिले।
नए आरएसी पैसेंजर प्रावधान: हाल ही में #आरएसी (रिजर्वेशन अगेंस्ट कैंसिलेशन) पैसेंजर्स के लिए एक नया प्रावधान लागू किया गया है। पहले आरएसी के दोनों पैसेंजर को एक ही लिनन दिया जाता था, लेकिन अब दोनों को अलग-अलग लिनन दिए जाएंगे। यदि स्पेयर लिनन उपलब्ध है तो तत्काल उन्हें प्रदान किया जाएगा, अन्यथा अगले शिफ्ट में प्रदान किया जाएगा।
ब्लैंकेट और लिनन पर स्टैम्पिंग और टैगिंग: ब्लैंकेट और लिनन पर स्टैम्पिंग होती है, जिस पर महीना और साल लिखा होता है, ताकि उसकी सफाई और उपयोग की स्थिति का ट्रैक रखा जा सके। इसके साथ ही, ब्लैंकेट पर कंपनी टैग (जैसे रेयमंड) भी होता है, जिस पर उसकी मैन्युफैक्चरिंग और रेलवे में सप्लाई का विवरण होता है।
रेलवे यात्रियों को स्वच्छ और उच्च गुणवत्ता वाला लिनन प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है, जिससे उनकी यात्रा अधिक आरामदायक और संतोषजनक हो। यह व्यवस्था यात्रियों के हित में निरंतर सुधार की दिशा में कार्यरत है, और रेलवे की स्वच्छता और सुविधा से संबंधित सभी पहलुओं पर ध्यान दिया जा रहा है।
लिनन धुलाई की प्रक्रिया: ट्रेन का पूरा ट्रिप होने के बाद प्रत्येक बेडशीट, तकिया कवर, हैंड टॉवल, कंबल कवर तथा बाथ टॉवल को धोया जाता है। प्रत्येक कन्फर्म एवं #RAC यात्री को बेडरोल सुनिश्चित करने के लिए कम से कम 20% अतिरिक्त बेडरोल भेजा जाता है।
कंबल धुलाई की प्रक्रिया: कंबल को प्रत्येक माह के अंतराल पर धोया जाता है। कभी कभी गंदा (उल्टी अथवा सब्जी इत्यादि गिर जाने के कारण) होने पर समय से पहले भी धोया जाता है।
कोडल लाइफ:
बेडशीट – 12 माह
तकिया कवर – 9 माह
हैंड टॉवल – 9 माह
कंबल – 24 माह
तकिया – 24 माह