रिस्क एंड हार्डशिप अलाउंस की मांग पर एसएंडटी कर्मियों के साथ न्याय होगा -शिवगोपाल मिश्रा
एआईआरएफ एवं आईआरएसटीएमयू की संयुक्त कांफ्रेंस संपन्न
इंडियन रेलवे एस एंड टी मेनटेनर्स यूनियन की ओर से नडियाद में 25 सितंबर को ऑल इंडिया रेलवेमेंस फेडरेशन (एआईआरएफ) एवं आईआरएसटीएमयू की संयुक्त कांफ्रेंस का आयोजन किया गया। इस अवसर पर एआईआरएफ के महामंत्री एवं मेंबर स्टाफ साइड रिस्ट्रक्चरिंग कमेटी शिव गोपाल मिश्रा मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थे। कॉम. मिश्रा के आगमन पर उनका जोरदार स्वागत किया गया।
इस जॉइंट कॉन्फ्रेंस में वेस्टर्न रेलवे इम्प्लाइज यूनियन के महासचिव काॅम. जे आर भोसले, सहायक महासचिव काॅम. संतोष पवार, अहमदाबाद मंडल के मंडल सचिव काॅम. दिनेश पांचाल, वड़ोदरा मंडल के मंडल अध्यक्ष काॅम ए पी मौर्या, अहमदाबाद मंडल के कोषाध्यक्ष हरिराम मीणा, सीएसबीएफ के सदस्य जी आर वर्मा के साथ डब्ल्यूआरईयू वड़ोदरा मंडल के कई पदाधिकारी शामिल हुए।
आईआरएसटीएमयू की ओर से राष्ट्रीय अध्यक्ष नवीन कुमार, राष्ट्रीय महामंत्री आलोक चंद्र प्रकाश, राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष प्रबोध श्रीवास्तव, राष्ट्रीय सहसचिव जगदीश बेनीवाल, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बी एल मीणा, राष्ट्रीय सहसचिव रेवती रमण, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष कल्पेश परवतीया के अलावा विभिन्न मंडलों के पदाधिकारियों के साथ भारी संख्या में एसएंडटी विभाग के कर्मचारी उपस्थित थे।
इस संयुक्त कांफ्रेंस के आयोजन का मूल उद्देश्य एसएंडटी विभाग के कर्मचारियों के भविष्य और कार्य स्थितियों में सुधार लाने पर विचार विमर्श करना था, क्योंकि एआईआरएफ के महामंत्री कॉम. शिव गोपाल मिश्रा रिस्क एंड हार्डशिप कमेटी एवं रिस्ट्रक्चरिंग कमेटी के भी स्टाफ साइड से सदस्य हैं। आईआरएसटीएमयू की तरफ से विभिन्न मंडलों से पहुंचे सिग्नल एवं दूरसंचार कर्मचारियों ने अपनी कठिन कार्य स्थितियों तथा दुष्कर प्रणाली और 24 घंटें की बंधुआ मजदूरी की समस्या से मेंबर स्टाफ साइड को बारीकी से अवगत कराया।
आईआरएसटीएमयू के महासचिव आलोक चंद प्रकाश ने कहा कि आज ट्रेन की स्पीड बढ़ाने पर रेलवे कार्य कर रही है, जिसमें महत्वपूर्ण भूमिका सिग्नल एवं दूरसंचार कर्मचारियों की है, विगत कुछ वर्षों में इंजीनियरिंग विभाग के बाद सबसे अधिक सिग्नल एवं दूरसंचार कर्मचारियों ने अपने कार्य के दौरान दुर्घटनावश अपना जीवन बलिदान किया है। अत: जल्द से जल्द एसएंडटी कर्मचारियों को रिस्क एंड हार्डशिप एलाउंस दिलाया जाए तथा सभी एस एंड टी कर्मचारियों को एक करोड़ का टर्म इंश्योरेंस दिया जाए।
आईआरएसटीएमयू के अध्यक्ष नवीन कुमार ने एस एंड टी कर्मचारियों को रिस्ट्रक्चरिंग में टेक्नीशियन कैडर को सिर्फ दो भागों, जूनियर टेक्नीशियन एवं सीनियर टेक्नीशियन, में रखे जाने का प्रस्ताव रखा एवं असिस्टेंट टेक्नीशियनों को लेवल-3 (जीपी – 2000) दिए जाने का प्रस्ताव रखा।
एआईआरएफ के महामंत्री शिव गोपाल मिश्रा ने अपने संबोधन में एसएंडटी विभाग की महत्ता का उल्लेख करते हुए आईआरएसटीएमयू की प्रशंसा की और सभी को संगठित होने की बात पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि इस संघर्ष में वह एसएंडटी कर्मचारियों के साथ हैं और रिस्क एंड हार्डशिप एलाउंस तथा रिस्ट्रकचरिंग में भी उनके साथ न्याय होगा। उन्होंने कहा कि एसएंडटी कर्मचारियों की मांगों का एआईआरएफ समर्थन करती है।
इस अवसर पर एआईआरएफ के कोषाध्यक्ष एवं डब्ल्यूआरईयू के महामंत्री जे आर भोसले ने भी सभा को संबोधित करते हुए कहा कि रेलवे अकेली संस्था है जो अपने कर्मचारियों को खुद पेंशन देती है जबकि भारत सरकार के सभी मंत्रालय कर्मचारियों को भारत सरकार के मद से पेंशन देते हैं। इसलिए सभी रेल कर्मचारियों को पुरानी पेंशन योजना के तहत ही पेंशन दिया जाना चाहिए और एनपीएस को बंद किया जाना चाहिए।
नडियाद पहुंचकर इस कांफ्रेंस में सभी जोनल रेलों एवं डिवीजनों से भारी संख्या में संकेत एवं दूरसंचार कर्मचारियों ने भाग लिया एवं अपनी एकता का प्रदर्शन किया। सभी कर्मचारी अपने अनुशासन में में दिखे।
#AIRF #IRSTMU #IndianRailways