ई-ऑफिस को भी जांच की परिधि में लाएं -सतीश कुमार पांडेय, मुख्य राजभाषा अधिकारी, पूर्वोत्तर रेलवे
पूर्वोत्तर रेलवे मुख्यालय राजभाषा कार्यान्वयन समिति की दूसरी तिमाही बैठक संपन्न
गोरखपुर ब्यूरो: पूर्वोत्तर रेलवे के मुख्य राजभाषा अधिकारी एवं प्रमुख मुख्य इंजीनियर सतीश कुमार पांडेय की अध्यक्षता में पूर्वोत्तर रेलवे मुख्यालय राजभाषा कार्यान्वयन समिति की दूसरी तिमाही बैठक 26 जुलाई, 2021 को वर्चुअल माध्यम से गोरखपुर मुख्यालय में संपन्न हुई। बैठक में निर्माण संगठन एवं यांत्रिक कारखाना के उप मुख्य राजभाषा अधिकारी, विभिन्न विभागों एवं विभागेतर इकाईयों के राजभाषा संपर्क अधिकारी उपस्थित थे।
मुख्य राजभाषा अधिकारी सतीश कुमार पाण्डेय ने बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि पूर्वोत्तर रेलेव में कार्य के दौरान उन्होंने यह अनुभव किया है कि यहां राजभाषा का प्रयोग कार्यालयीन कार्यों में व्यापक रूप से किया जा रहा है। पूर्वोत्तर रेलवे हिन्दी के प्रयोग-प्रसाद की दिशा में अग्रणी है। पूर्वोत्तर रेलवे मुख्यत: हिन्दी भाषी क्षेत्र में है।
उन्होंने कहा कि सभी सदस्य अपने कार्यक्षेत्र में जहां कहीं भी हिन्दी के प्रचार-प्रसार में कमी रह गई हो, उसे दूर करें। जिन क्षेत्रों में लक्ष्य प्राप्त कर लिया गया है, उनमें गिरावट न आने पाए। वर्तमान समय में प्रतिदिन आ रहे नये तकनीकी क्षेत्रों में हमें हिन्दी को कैसे बढ़ाना है, इसके प्रति भी हमें सोचना है।
उन्होंने उपस्थित सदस्यों को संबोधित करते हुए कहा कि राजभाषा के प्रयोग-प्रसार से संबंधित सभी बिन्दु महत्वपूर्ण हैं। फिर भी कुछ महत्वपूर्ण बिन्दुओं पर विशेष ध्यान दिया जाना चाहिए। ई- ऑफिस के माध्यम से शत-प्रतिशत पत्राचार हिन्दी में किया जाए। ई-ऑफिस के माध्यम से किए जाने वाले पत्राचार की भाषा सरल और सुबोध हो। अगले ओदश तक सभी बैठकें केवल वर्चुअल माध्यम से ही आयोजित की जाएं।
श्री पाण्डेय ने कहा कि राजभाषा नीति के कार्यान्वयन में सबसे मुख्य भूमिका जांच स्थलों की है। ई-ऑफिस आने के बाद विभागीय अधिकारी इसे भी जांच की परिधि में लाएं। रेल रश्मि का नियमित प्रकाशन सुनिश्चित किया जाए। इस पत्रिका के लिए सभी विभाग अपने यहां से लेख आदि भिजवाएं। उन्होंने कहा कि हम सबके सम्मिलित और एकीकृत प्रयासों से पूर्वोत्तर रेलवे पर राजभाषा की स्थिति को और सुदृढ किया जा सकेगा।
उप मुख्य राजभाषा अधिकारी कृष्ण चन्द्र सिंह ने मुख्यालय राजभाषा कार्यान्वयन समिति के कैलेंडर वर्ष 2021 की दूसरी तिमाही बैठक में सभी का स्वागत करते हुए कहा कि कोरोना संक्रमण के कारण भारत सरकार के दिशा-निर्देशों के अनुसार आज की बैठक वर्चुअल माध्यम से की जा रही है। यह मेरी और हमारे मुख्य राजभाषा अधिकारी की पहली बैठक है। हाल में ही में मैंने उप मुख्य राजभाषा अधिकारी का पदभार ग्रहण किया है। हमें आशा है कि हमारे मुख्य राजभाषा अधिकारी के मार्गदर्शन में इस रेलवे पर राजभाषा की प्रगति में गुणातीत वृद्धि होगी।
उन्होंने कहा कि 30 मार्च, 2021 को संपन्न पिछली बैठक में लिए गए महत्वपूर्ण निर्णयों की कार्यान्वयन स्थिति पर हम चर्चा करेंगे। विभागों से प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार मुख्यालय में राजभाषा संबंधी वार्षिक कार्यक्रम में दिए गए लगभग सभी मदों में निर्धारित लक्ष्य को प्राप्त कर लिया गया है। श्री सिंह ने कहा कि सभी विभाग राजभाषा प्रयोग की वास्तविक स्थिति पर आपस में विचार-विमर्श करें, जिससे निर्धारित लक्ष्य को प्राप्त करने की दिशा में सार्थक कदम उठाया जा सके।
30 मार्च, 2021 को संपन्न पिछली बैठक के कार्यवृत्त की पुष्टि की गयी। राजभाषा अधिकारी मो. अरशद मिर्जा द्वारा पिछली बैठक के कार्यवृत्त के प्रमुख निर्णयों की अनुपालन स्थिति पर रेलवे बोर्ड की मानक कार्यसूची के अनुसार चर्चा की गयी तथा समिति के सदस्यों के सुझाव मांगे गये।
बैठक के समापन पर राजभाषा अधिकारी मो. अरशद मिर्जा ने सभी उपस्थित सदस्यों का आभार व्यक्त किया।
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