June 21, 2020

पूर्वोत्तर रेलवे: लॉकडाउन के दौरान प्रगति पर हैं महत्वपूर्ण विकास कार्य

Electrification work between Bhatni-Audihar section completed by NER

पूरा हुआ भटनी-औंड़िहार रेलखंड पर 125 रूट किमी का विद्युतीकरण

गोरखपुर ब्यूरो : कोविड-19 के चलते लागू देशव्यापी लाॅकडाउन एवं कोरोना संक्रमण के इस कठिन समय का सदुपयोग करत हुए पूर्वोत्तर रेलवे द्वारा कई महत्वपूर्ण विकास के कार्य सम्पादित किए जा रहे है। इसी क्रम में वाराणसी मंडल के भटनी-औंड़िहार रेलखंड पर 125 रूट किमी के विद्युतीकरण का चुनौतीपूर्ण कार्य पूरा करके 18 जून, 2020 को भटनी-किड़िहरापुर के बीच तथा 19 जून, 2020 को औड़िहार-इन्दारा के मध्य इलेक्ट्रिक इंजन ट्रायल सम्पन्न हुआ।

विद्युतीकृत इन दोनों रेलखंडों का शीघ्र ही रेल संरक्षा आयुक्त द्वारा निरीक्षण किया जाएगा। इस खंड के विद्युतीकरण से अब गोरखपुर से वाराणसी के मध्य एक बड़ा हिस्सा अब विद्युतीकृत रेलखंडों से जुड़ जाएगा, जिससे अन्य लाभों के अतिरिक्त गाड़ियों के समय-पालन में भी अपेक्षित सुधार होगा।

ऊर्जा संरक्षण को लेकर रेल प्रशासन अत्यंत सजग है। इसी क्रम में पूर्वोत्तर रेलवे ने पिछले वर्ष 540 रूट किमी. रेलवे ट्रैक के विद्युतीकरण का कार्य पूरा किया था। विगत कुछ वर्षों में पूर्वोत्तर रेलवे पर विद्युतीकरण के कार्य में अच्छी प्रगति हुई है।

वर्ष 2016-17 में 159.20 रूट किमी., 2017-18 में 167.14 रूट किमी. एवं 2018-19 में 431.23 रूट किमी. रेलखंड का विद्युतीकरण कार्य पूरा हुआ था। उल्लेखनीय है कि विद्युतीकरण से जहां पर्यावरण को लाभ पहुंचता है, ध्वनि प्रदूषण से मुक्ति मिलती है, वहीं डीजल पर निर्भरता समाप्त होगी, जिससे ईंधन खर्च में कमी आएगी तथा आत्मनिर्भरता बढ़ेगी।

इस रेलखंड के अतिरिक्त अन्य खंडों पर भी विद्युतीकरण का कार्य लगभग पूरा कर लिया गया है। लखनऊ मंडल के गोंडा-सुभागपुर खंड (11 रूट किमी.) पर भी 19 जून, 2020 को इलेक्ट्रिक इंजन का ट्रायल सम्पन्न हुआ।

इज्जतनगर मंडल पर कासगंज-बरेली खंड (108 रूट किमी.) के विद्युतीकरण का कार्य भी लगभग पूरा हो गया है। इन खंडों पर शीघ्र ही रेल संरक्षा आयुक्त द्वारा निरीक्षण किया जाएगा। इन तीनों खंडों के विद्युतीकरण के बाद पूर्वोत्तर रेलवे पर कुल 1967 रूट किमी. रेलपथ विद्युतीकृत हो जाएगा।