प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा ‘मन की बात’ में की गई भारतीय रेल की सराहना
कोविद-19 महामारी के विरुद्ध जारी हैं भारतीय रेल के हरसंभव प्रयास
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार, 26 अप्रैल को प्रसारित ‘मन की बात’ कार्यक्रम में भारतीय रेल के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने कहा कि देश के किसी भी हिस्से में आवश्यक वस्तुओं की जरूरतों को पूरा करने के लिए रेलकर्मी लगातार काम कर रहे हैं। भारतीय रेल द्वारा लगभग 60 मार्गों पर 100 से अधिक पार्सल ट्रेनें चलाए जाने का उन्होंने विशेष रूप से उल्लेख किया।
सेवा के लक्ष्य के साथ, भारतीय रेल सभी मोर्चों पर कोविद-19 महामारी के विरुद्ध संघर्ष में हरसंभव तरीके से अपना योगदान दे रही है। रेल कोरोना योद्धा न केवल निरंतर मालगाड़ियों और पार्सल ट्रेनों का संचालन सुनिश्चित कर रहे हैं, बल्कि कई नवाचारों, शारीरिक दूरी बनाए रखने की कोशिशों सहित स्वच्छता प्रयासों के साथ कोविद-19 से भी लड़ रहे हैं।
भारतीय रेल के कुछ उल्लेखनीय प्रयास
• मालगाड़ियों और पार्सल ट्रेनों की औसत गति में निरंतर सुधार हो रहा है। जहां पार्सल ट्रेनों के लिए 75 किलोमीटर प्रति घंटे से अधिक की औसत गति को बनाई रखी जा रही है, वहीं मालगाड़ी की औसत गति भी अबतक की सर्वश्रेष्ठ 50 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार तक पहुंच रही है।
• 25 अप्रैल, 2020 तक कुल 245 समयसारिणी बद्ध पार्सल ट्रेनों का संचालन किया गया है, जिसमें से 212 ट्रेनें निर्धारित समय सरिणी के साथ चलीं और इसके साथ 86.5% की समग्र समयपालनता बनाए रखी गई। लॉकडाउन के दौरान उत्तर मध्य रेलवे ने आवश्यक वस्तुओं के लगभग 140 टन पार्सल ट्रैफ़िक बुक किए हैं।
• उत्तर मध्य रेलवे ने अब तक अप्रैल में 32 लॉंग हॉल (दो माल गाड़ियों को एक साथ जोड़ कर) गाड़ियों का परिचालन किया है जिससे सेक्शन के थ्रूपुट में वृद्धि हुई है।
• उत्तर मध्य रेलवे की विभिन्न इकाइयों द्वारा अबतक लगभग 1.5 लाख रीयूज़ेबल फेस कवर और 8000 लीटर सैनिटाइजर का उत्पादन किया गया है।
• लॉकडाउन के दौरान उत्तर मध्य रेलवे द्वारा अब तक लगभग 75000 जरूरतमंद व्यक्तियों को पकाया हुआ भोजन प्रदान किया गया है। इसके अलावा पोर्टरों, सफाई कर्मचारियों, दिहाडी मजदूरों आदि को भी राशन वितरित किया गया है।
• उत्तर मध्य रेल द्वारा मेडिकल कर्मियों के लिए पीपीई का एक महत्वपूर्ण हिस्सा कवरऑल भी बनाया जा रहा है और झांसी कारखाने तथा प्रयागराज डिवीजन द्वारा क्रमशः 750 और 400 सहित अब तक कुल 1150 कवरआल तैयार हो चुके हैं। उत्तर मध्य रेल ने अपने फ्रंटलाइन कोरोना योद्धाओं को संक्रमण से बचाने के लिए करीब 10000 कवरआल बनाने की योजना बनाई है।
• अब तक उत्तर मध्य रेल के लगभग 105000 रेल कर्मचारियों और उनके परिवार के सदस्यों के मोबाइल फोन पर आरोग्य सेतु ऐप डाउनलोड हो चुके हैं।