रेल प्रणाली के आधार स्तंभ हैं लोको पायलट, यात्रियों को गंतव्य तक सुरक्षित पहुंचाने में निभाते हैं महत्वपूर्ण भूमिका

झाँसी: लोको पायलट्स देश की रेल प्रणाली के आधार स्तंभ हैं। उनका कार्य अत्यधिक महत्वपूर्ण होता है। लाखों यात्रियों को उनके गंतव्य तक सुरक्षित पहुंचाने की जिम्मेदारी इनके मजबूत कंधों पर होती है। झाँसी मंडल, उत्तर मध्य रेलवे के लोको पायलट भी अनुशासन, समर्पण और सेवा की भावना के साथ दिन-रात, हर मौसम में सुरक्षित ट्रेन संचालन कर अपने कर्तव्यों का पालन करते हैं। वह अपने अथक प्रयास से ट्रेन का संचालन समयबद्ध और सुरक्षित रुप से कराते हैं।
हाल ही में लोको पायलट/सहायक लोको पायलट्स के बारे में भ्रामक खबरें प्रचारित की गईं। रेल संचालन प्रणाली की उनके द्वारा लोको पायलट्स की सुधारात्मक गिनी-चुनी कार्रवाई को बढ़ा-चढ़ाकर बताया गया है। यह बात पूरी तरह अफवाह और सत्य से दूर है।
उल्लेखनीय है कि रेल प्रशासन द्वारा लोको पायलट्स की निष्ठा और परिश्रम को बखूबी पहचानते हुए उन्हें लगातार प्रेरित और प्रोत्साहित किया जाता है। उन्हें संरक्षा के प्रति सजग बनाए रखने हेतु विभिन्न उपाय किए जाते हैं। संरक्षा के विभिन्न मुद्दों की जानकारी हेतु काउंसलिंग, सेफ्टी सेमिनार, अच्छे कार्य करने वाले पायलटों को पुरस्कृत करना, पुरस्कार वितरण समारोह और परिवारों के लिए फैमिली सेमिनार किए जाते हैं। इससे लोको पायलट्स को सम्मान और प्रेरणा मिलती है। साथ ही उनके परिवार भी उनके कार्य के महत्व को समझते हैं और उनका सहयोग बनाए रखते हैं।
झाँसी मंडल के लोको पायलट्स पूरी सतर्कता और अनुशासन के साथ ट्रेन चलाते हैं। योग्यता के आधार पर लोको पायलट्स का समय-समय पर प्रमोशन भी किया जा रहा है, ताकि उनकी सेवाओं को उचित मान्यता मिल सके। पिछले वित्तीय वर्ष में 100 से अधिक प्रमोशन किए जा चुके हैं और चालू वित्तीय वर्ष में भी प्रमोशन की प्रक्रिया उन्नत अवस्था में है। इसके साथ ही मंडल द्वारा सुरक्षा से जुड़े सभी पहलुओं पर गहन दृष्टि रखी जाती है, और किसी भी प्रकार की चूक या लापरवाही को गंभीरता से लिया जाता है एवं नियमों के तहत उचित कार्यवाही भी की जाती है।
एक विज्ञप्ति जारी कर झाँसी मंडल प्रशासन द्वारा स्पष्ट किया गया है कि झाँसी मंडल के लोको पायलट्स ने बीते वर्षों में अपने अनुशासन, परिश्रम एवं लगन से संरक्षित रेल संचालन कर दुर्घटनाओं के मामलों को नगण्य करके दिखाया है। झाँसी मंडल में पिछले 2 वर्षों में किसी भी अप्रिय घटना का न होना इसका प्रमाण है।
अपने अनुशासन, दृढ़ संकल्प एवं मेहनत से झाँसी मंडल ने रेल संचालन के दौरान जान-माल की कोई हानि नहीं होने दी है तथा रेल संचालन में झाँसी मंडल ने पिछले 2 वर्षों में समयबद्धता में बेहतरीन प्रदर्शन किया है। सभी लोको पायलट्स से अपेक्षा की जाती है कि वे अफवाहों से बचें और ऐसे समर्पित कर्मचारियों का सम्मान करें एवं बिना तथ्य के कोई टिप्पणी न करें।
किसी भी संगठन में अनुशासन बनाए रखने हेतु एक निश्चित प्रक्रिया होती है। लोको पायलट्स का काम संरक्षा के दृष्टिकोण से बहुत संवेदनशील होता है, क्योंकि हजारों लोगों को सुरक्षित गंतव्य तक पहुँचाने की नैतिक जिम्मेदारी उनके ऊपर होती है, जिसमें किसी भी प्रकार का समझौता नहीं किया जा सकता है।
ऐसे में संरक्षा की दृष्टि से किसी भी भूल-चूक को छोटा या महत्वहीन नहीं कहा जा सकता। अतः उसी को ध्यान में रखते हुए और उसमें सुधारात्मक और अनुशासन बनाए रखने के लिए रेल प्रशासन द्वारा विधिक प्रक्रिया को अपनाया जाता है।