NCR-इंजनों की कार्यक्षमता और विश्वसनीयता की समीक्षा

प्रयागराज ब्यूरो: लोकोमोटिव (रेल इंजन), माल ढुलाई और यात्री परिवहन की रीढ़ है तथा लोकोमोटिव की कार्यक्षमता, विश्वसनीयता, समय की पाबंदी, ईंधन दक्षता और रखरखाव लागत को प्रभावित करती है। इसलिए, एनसीआर ने अपने लोकोमोटिव के प्रदर्शन और विश्वसनीयता को बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित किया है।
इसी क्रम में बुधवार, 9 अप्रैल 2025 को उत्तर मध्य रेलवे, मुख्यालय कार्यालय, प्रयागराज में लोकोमोटिव प्रदर्शन और विश्वसनीयता की समीक्षा के लिए आयोजित बैठक के दौरान, महाप्रबंधक/एनसीआर यू. सी. जोशी ने पूरे जोन में लोकोमोटिव विफलताओं को कम करने के लिए किए गए प्रयासों की सराहना की।
उन्होंने प्रदर्शन में उल्लेखनीय सुधार की सराहना की और निगरानी प्रणालियों को और मजबूत करने के महत्व पर जोर दिया। रियल-टाइम ट्रैकिंग और डायग्नोस्टिक्स को बढ़ाने के लिए निर्देश दिया कि सभी लोकोमोटिव में #CVVRS (क्रू वॉयस एंड वीडियो रिकॉर्डिंग सिस्टम) और #RTIS (रियल-टाइम ट्रेन इंफॉर्मेशन सिस्टम) जल्द से जल्द लगाए जाएं।
उत्तर मध्य रेलवे के प्रमुख मुख्य विद्युत इंजीनियर यतेंद्र कुमार ने इस बात पर जोर दिया कि निरंतर प्रयास जारी रहेंगे, ताकि लाइन पर इंजनों की विफलताओं को रोका जा सके, बल्कि रेल राजस्व को बचाने में भी महत्वपूर्ण योगदान दिया जा सके। उन्होंने इन लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए प्रमुख रणनीतियों के रूप में सक्रिय रखरखाव, तकनीकी उन्नयन और समय पर हस्तक्षेप के महत्व पर प्रकाश डाला, जिससे समग्र परिचालन दक्षता में वृद्धि होगी।
बैठक के दौरान मुख्यालय और मंडलों के सभी विभाग प्रमुख और अन्य विद्युत अधिकारी तथा कर्मचारी मौजूद थे। बैठक का नेतृत्व मुख्य विद्युत लोकोमोटिव इंजीनियर, संजीव कुमार ने किया तथा निर्देशों को शीघ्रता से लागू करने के लिए और विश्वसनीयता बढ़ाने के दृढ़ संकल्प के साथ बैठक का समापन किया।