झाँसी मंडल के बरुआसागर-टेहरका नव विद्युतीकृत तथा दोहरीकृत लाइन का सीआरएस निरीक्षण संपन्न

प्रयागराज ब्यूरो: उत्तर मध्य रेलवे, झाँसी मंडल द्वारा यात्री सुविधाओं के उन्नयन एवं परिचालन सुगमता हेतु मूलभूत ढ़ांचे में विस्तार के क्रम के अंतर्गत, 12 जून 2025 को रेल संरक्षा आयुक्त (सीआरएस) पूर्वोत्तर क्षेत्र प्रणजीव सक्सेना द्वारा मुख्य प्रशासनिक अधिकारी (निर्माण) विपिन कुमार तथा मंडल रेल प्रबंधक दीपक कुमार सिन्हा की उपस्थिति में झाँसी मंडल के बरुआसागर-टेहरका के मध्य नव विद्युतिकृत तथा  दोहरीकृत लाइन के दो दिवसीय निरीक्षण कार्यक्रम में पहले दिन टेहरका से निवाड़ी तक कुल 12.08 किमी तथा निवाड़ी से किमी संख्या 1157/1 स्थित मेजर ब्रिज तक का वैधानिक निरीक्षण किया गया।

सीआरएस प्रणजीव सक्सेना ने मंडल एवं निर्माण संगठन के अधिकारियों के साथ मोटर ट्राली के माध्यम से उक्त खंड के मध्य नव निर्मित ब्रॉड गेज लाइन का सघन निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उक्त रेल खंड के अंतर्गत आने वाले ट्रैक्शन, सिग्नल, ट्रैक, ट्रैक-पॉइंट्स आदि सभी इंस्टालेशन तथा उनकी कार्य क्षमता का गहनता से निरीक्षण किया गया। इसके साथ ही मार्ग में आने वाले मेजर/माइनर ब्रिज का सघन निरीक्षण किया। तत्पश्चात उन्होंने बिजली, कर्षण से जुड़े सभी इंस्टालेशन, गेट्स,  स्विचिंग पॉइंट्स, खम्बे, OHE वायरिंग, जॉइंट्स, पॉइंट्स, सिग्नल सहित सभी संस्थापनों को आवश्यकतानुसार संचालित करते हुए परख की गई।

निरीक्षण के दौरान रेल संरक्षा आयुक्त के साथ मुख्यालय से मुख्य प्रशासनिक अधिकारी (निर्माण) विपिन कुमार झाँसी मंडल से मंडल रेल प्रबंधक दीपक कुमार सिन्हा, मुख्य परियोजना प्रबंधक/निर्माण एस के गुप्ता, वरिष्ठ मंडल अभियंता (समन्वय) आशुतोष चौरसिया, वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक अमन वर्मा,  वरिष्ठ मंडल बिजली इंजीनियर (कर्षण) सर्भजीत सिंह, वरिष्ठ मंडल इंजीनियर (पूर्व) आयुष श्रीवास्तव, वरिष्ठ मंडल परिचालन प्रबंधक जे संजय कुमार, वरिष्ठ मंडल संरक्षा अधिकारी गिरीश कंचन, वरिष्ठ मंडल सिग्नल एवं टेलीकॉम इंजीनियर (समन्वय) नरेंद्र सिंह सहित रेल विकास निगम लिमिटेड के अधिकारी और अन्य अधिकारी पर्यवेक्षक/कर्मचारीगण उपस्थित रहे।

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झाँसी-मानिकपुर खंड में 75 किमी ट्रैक दोहरीकरण का कार्य संपन्न

बरुआसागर-टेहरका खंड की शुरुआत एक बड़ी उपलब्धि, रेल यात्रा को निर्बाध और गतिशील बनाए रखने पर जोर : डीआरएम

झाँसी मंडल में इंफ्रास्ट्रक्चर विकास की प्रक्रिया सतत रूप से जारी है। रेलवे ट्रैक के दोहरीकरण का काम तेजी से किया जा रहा है। मंडल के झाँसी-मानिकपुर खंड में कुल 292 किमी ट्रैक दोहरीकरण का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। विभिन्न खंडों में ट्रैक दोहरीकरण का कार्य रेल कर्मियों द्वारा किया जा रहा है। 13 जून 2025 को रेल संरक्षा आयुक्त द्वारा बरुआसागर-टेहरका खंड के लगभग 22 किमी दोहरीकृत ट्रैक के प्रयोग की अनुमति प्रदान कर दी गई है। इस बढ़ोतरी के बाद झाँसी-मानिकपुर खंड में कुल 75 किमी ट्रैक दोहरीकरण का कार्य संपन्न कर लिया गया है।

पूर्व में महोबा-बेलाताल खंड में 31 किमी तथा टेहरका-मऊरानीपुर खंड में 22 किमी रेलवे ट्रैक दोहरीकरण का कार्य संपन्न कर लिया गया है। इस खंड के दोहरीकरण से रेल परिचालन अधिक सुरक्षित, कुशल एवं आधुनिक बन जाएगा। इससे यात्री एवं मालगाड़ियों की निर्बाध और उच्च गति यात्रा सुनिश्चित हो सकेगी।

झाँसी मंडल के इस महत्वपूर्ण रेल खंड का विद्युतीकरण और दोहरीकरण, रेलवे की विकास की दिशा में एक बड़ी उपलब्धि है। भविष्य में यह रेल परिवहन को अधिक प्रभावी एवं गतिशील बनाएगा। 

उल्लेखनीय है कि नव दोहरीकृत खंड पर रेल संरक्षा आयुक्त द्वारा फिलहाल रेल परिचालन के लिए अधिकतम गति सीमा 95 किमी प्रति घंटा तय की गई है। 13 जून 2025 को नव दोहरीकृत ट्रैक पर गाड़ी संख्या 12190 का सफल परिचालन किया गया।

इस खंड को ट्रेन ने 90 किमी प्रति घंटे की गति से सफलतापूर्वक पार किया। मंडल रेल प्रबंधक दीपक कुमार सिन्हा ने कहा कि झाँसी मंडल के विभिन्न खंडों में ट्रैक दोहरीकरण और तीसरी लाइन का कार्य तेजी से जारी है। हमारा प्रयास है कि रेल यात्रा को निर्बाध और गतिशील बनाए रखने की दिशा में काम किया जाए। उन्होंने कहा कि बरुआसागर-टेहरका खंड की शुरुआत एक बड़ी उपलब्धि है।