प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जम्मू-कश्मीर में ₹46,000 करोड़ से अधिक की विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और राष्ट्र को समर्पित किया

प्रधानमंत्री ने चिनाब ब्रिज – दुनिया के सबसे ऊँचे रेलवे आर्च ब्रिज और अंजी ब्रिज – भारत के पहले केबल-स्टेड रेलवे ब्रिज का उद्घाटन किया

नई दिल्ली (पीआईबी): प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 6 जून, 2025 को जम्मू-कश्मीर के कटरा में ₹46,000 करोड़ से अधिक की कई विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और राष्ट्र को समर्पित किया। उन्होंने वीर जोरावर सिंह की धरती को नमन करते हुए इस कार्यक्रम को भारत की एकता और संकल्प महोत्सव के बारे में बताया।

कश्मीर वैली में तिरंगा फहराने वाले पहले निर्भीक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी

प्रधानमंत्री ने माता वैष्णो देवी का आशीर्वाद लेते हुए कहा कि आज कश्मीर की घाटी भारत के विशाल रेल नेटवर्क से जुड़ गई है। उन्होंने कहा, “हमने सदा माँ भारती का स्मरण ‘कश्मीर से कन्याकुमारी’ तक पूरी श्रद्धा से किया है। आज यह भाव भारतीय रेलवे नेटवर्क में भी साकार हुआ है।”

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महत्वपूर्ण घोषणा एवं उद्घाटन

  • उधमपुर-श्रीनगर-बारामुला रेललाइन परियोजना का उद्घाटन – यह जम्मू-कश्मीर की नई ताकत का प्रतीक है और भारत की प्रबलता का प्रमाण है।
  • चिनाब ब्रिज – 359 मीटर की ऊंचाई पर स्थित, दुनिया का सबसे ऊंचा रेलवे आर्च ब्रिज।
  • अंजी ब्रिज – भारत का पहला केबल-स्टे रेल ब्रिज।
  • जम्मू-कश्मीर के अंदर वंदे भारत ट्रेन को रवाना किया गया।
  • जम्मू में नए मेडिकल कॉलेज की सूची जारी की गई।

प्रधानमंत्री ने कहा कि ये पुल जम्मू-कश्मीर के लिए समृद्धि का द्वार बनेगा। उन्होंने कहा, “जम्मू-कश्मीर भारत का मुकुटमणि है।” उन्होंने आगे कहा कि भारत के शरणार्थियों के आगे झुकेगा नहीं और जम्मू-कश्मीर के युवाओं को अब करारा जवाब देने का मन बना चुका है।

प्रधानमंत्री ने पाकिस्तान को चेताते हुए कहा, “जब भी पाकिस्तान ऑपरेशन सिन्दूर का नाम सुनेगा, उसे अपनी शर्मनाक हार याद आएगी.”

अंत में प्रधानमंत्री ने पूरे देशवासियों को इस “नव विकास युग” के लिए शुभकामनाएं दीं और कहा कि ₹46,000 करोड़ की परियोजना से इस क्षेत्र की प्रगति और समृद्धि को नई गति मिलेगी।]

”जम्मू-कश्मीर की पीढ़ियों का सपना आज हुआ साकार” – प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में पीढ़ियों से रेल कनेक्टिविटी का सपना देखा जा रहा था, और आज वह सपना साकार हो गया है। उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला के एक हालिया बयान का उल्लेख किया, जिसमें अब्दुल्ला ने कहा था कि जब वह सातवीं या आठवीं कक्षा में थे, तब से इस परियोजना की प्रतीक्षा कर रहे थे।

प्रधानमंत्री ने कहा कि यह सपना सिर्फ रेल लाइन नहीं, बल्कि जम्मू-कश्मीर के लाखों लोगों के सपनों का साकार होना है। उन्होंने बताया कि इस महत्वाकांक्षी परियोजना को उनकी सरकार के कार्यकाल में गति मिली और अब इसका सफलतापूर्वक पूरा होना देश के लिए गौरव का क्षण है। उन्होंने चुनौतीपूर्ण भौगोलिक परिस्थितियों, कठोर मौसम, और गिरते पत्थरों जैसी मुश्किलों के बावजूद इस परियोजना को पूरा करने वाले इंजीनियरों और श्रमिकों की सराहना की।

भारत का गौरव—दुनिया का सबसे ऊँचा चिनाब ब्रिज

प्रधानमंत्री ने सोनमर्ग टनल, चिनाब ब्रिज और अंजी ब्रिज जैसे बुनियादी ढांचा परियोजनाओं का उल्लेख किया, जो भारत की तकनीकी क्षमता और संकल्प का परिचायक हैं। उन्होंने कहा कि चिनाब ब्रिज, जो दुनिया का सबसे ऊंचा रेलवे आर्च ब्रिज है, एफिल टॉवर से भी ऊंचा है और यह अब एक नया पर्यटन आकर्षण बनकर उभर रहा है। अंजी ब्रिज को उन्होंने भारत का पहला केबल-स्टे रेल पुल बताया और इसे भी इंजीनियरिंग का चमत्कार कहा।

प्रधानमंत्री ने कहा कि इन ब्रिजों से जम्मू-कश्मीर में पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा और विभिन्न आर्थिक क्षेत्रों को लाभ होगा। स्थानीय कारोबारियों, किसानों और कारीगरों को देश के अन्य हिस्सों से जोड़ने के लिए ये कनेक्टिविटी अहम साबित होगी। अब कश्मीरी सेब, मेवे, पश्मीना शॉल और हस्तशिल्प देश भर में आसानी से पहुँच पाएंगे।

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का करिश्मा—देश की छाती हुई चौड़ी

एक छात्रा के कथन को उद्धृत करते हुए उन्होंने कहा कि पहले गांव के लोग सिर्फ वीडियो में ट्रेन देखते थे, अब असल में ट्रेन अपनी आंखों के सामने देख सकेंगे। लोगों में अब ट्रेन के टाइम टेबल तक याद करने का उत्साह है। एक युवती ने बताया कि अब मौसम तय नहीं करेगा कि सड़क खुलेगी या नहीं – ट्रेन हर मौसम में चलेगी।

प्रधानमंत्री ने जम्मू-कश्मीर को भारत के मुकुट का रत्न बताते हुए इसकी सांस्कृतिक विरासत, औषधीय वनस्पतियों, युवाओं की प्रतिभा और आध्यात्मिकता की प्रशंसा की। उन्होंने बताया कि जम्मू-कश्मीर में आईआईटी, आईआईएम, एम्स, एनआईटी और केंद्रीय विश्वविद्यालय जैसी संस्थाओं की उपस्थिति से यह शिक्षा का भी केंद्र बन गया है। अनुसंधान के क्षेत्र में भी तेज़ी से प्रगति हो रही है।

स्वास्थ्य सेवा का विस्तार

प्रधानमंत्री ने बताया कि हाल के वर्षों में दो राज्य स्तरीय कैंसर संस्थान खोले गए हैं और सात नए मेडिकल कॉलेजों की स्थापना हुई है। एमबीबीएस सीटें 500 से बढ़कर 1300 हो गई हैं। रियासी ज़िले में भी एक नया मेडिकल कॉलेज स्थापित किया जाएगा। उन्होंने श्री माता वैष्णो देवी अस्पताल की भी सराहना की और इसकी क्षमता 300 से बढ़ाकर 500 बिस्तरों तक करने की घोषणा की।

11 वर्षों की सेवा और जनकल्याण योजनाएं

प्रधानमंत्री ने बताया कि बीते 11 वर्षों में उनकी सरकार ने गरीबों के कल्याण के लिए अनेक योजनाएं चलाईं, जैसे:

  • प्रधानमंत्री आवास योजना – 4 करोड़ पक्के घर
  • उज्ज्वला योजना – 10 करोड़ घरों को धुएं से राहत
  • आयुष्मान भारत – 50 करोड़ लोगों को ₹5 लाख तक मुफ्त इलाज
  • प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना – भोजन की सुरक्षा
  • जन धन योजना – 50 करोड़ गरीबों को बैंकिंग से जोड़ा
  • सौभाग्य योजना – 2.5 करोड़ घरों में बिजली
  • स्वच्छ भारत मिशन – 12 करोड़ शौचालय
  • जल जीवन मिशन – 12 करोड़ घरों में नल से जल
  • पीएम किसान सम्मान निधि – 10 करोड़ किसानों को सीधी सहायता

प्रधानमंत्री ने बताया कि पिछले 11 वर्षों में 25 करोड़ लोग गरीबी से बाहर निकलकर नये मध्यम वर्ग में शामिल हुए हैं।

आतंकवाद पर सख्ती और ऑपरेशन सिंदूर

प्रधानमंत्री ने कहा कि पाकिस्तान ने कश्मीर की शांति को बिगाड़ने के लिए आतंकवाद का सहारा लिया, लेकिन अब वहां की युवा पीढ़ी आतंकवाद का डटकर मुकाबला कर रही है। उन्होंने हाल ही में हुए ऑपरेशन सिंदूर का उल्लेख किया, जिससे पाकिस्तान के आतंकी ढांचे को चंद मिनटों में नष्ट कर दिया गया।

उन्होंने यह भी कहा कि पाकिस्तानी हमलों से जिन नागरिकों की जान गई है, उनके परिवारों को सरकारी सहायता दी गई है। जिन घरों को नुकसान पहुंचा है, उनके लिए ₹2 लाख (गंभीर नुकसान) और ₹1 लाख (आंशिक नुकसान) अतिरिक्त सहायता दी जाएगी।

सीमा सुरक्षा और विकास कार्य

प्रधानमंत्री ने बताया कि 10,000 नए बंकर बनाए गए हैं। जम्मू-कश्मीर में दो नई बॉर्डर बटालियन और दो महिला बटालियन भी गठित की गई हैं। उन्होंने बताया कि कठुआ-जम्मू हाईवे को छह लेन में बदला जा रहा है, जबकि अखनूर-पुंछ हाईवे का चौड़ीकरण किया जा रहा है।

USBRL परियोजना और वंदे भारत एक्सप्रेस

उन्होंने उधमपुर–श्रीनगर–बारामुला रेल लिंक (#USBRL) परियोजना को राष्ट्र को समर्पित किया। यह 272 किमी की परियोजना लगभग ₹43,780 करोड़ की लागत से पूरी हुई है। इसमें 36 सुरंगें और 943 पुल शामिल हैं। यह कश्मीर को पूरे देश से जोड़ने वाली ऑल वेदर कनेक्टिविटी सुनिश्चित करेगी।

प्रधानमंत्री ने श्री माता वैष्णो देवी कटरा से श्रीनगर तक दो वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।

नए सड़क और फ्लाईओवर परियोजनाएं

  • रफियाबाद से कुपवाड़ा (NH-701) सड़क का चौड़ीकरण
  • शोपियां बाईपास रोड (NH-444)
  • श्रीनगर के संग्रामा और बेमिना जंक्शन पर दो नए फ्लाईओवर

युवाओं से विशेष आग्रह

प्रधानमंत्री ने जम्मू-कश्मीर के युवाओं से आग्रह किया कि वे भारत के मैन्युफैक्चरिंग मिशन में भाग लें। उन्होंने कहा कि “मेक इन इंडिया” और मिशन मैन्युफैक्चरिंग भारत को रक्षा निर्यात में अग्रणी बनाने की दिशा में कार्य कर रहे हैं। इससे देश में बड़े पैमाने पर रोजगार उत्पन्न होंगे।

‘मेड इन इंडिया’ को अपनाएं

प्रधानमंत्री ने आह्वान किया कि सभी भारतीय भारतीय निर्मित उत्पादों को प्राथमिकता दें। यह सच्चे अर्थों में राष्ट्र सेवा है।

निष्कर्ष

प्रधानमंत्री ने कहा कि जम्मू-कश्मीर और भारत के उज्ज्वल भविष्य की ओर हम सब मिलकर अग्रसर हो रहे हैं। उन्होंने माता वैष्णो देवी का आशीर्वाद लेकर देश को समर्पण और विकास के पथ पर आगे बढ़ने का संकल्प दोहराया।

कार्यक्रम में जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा, मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला, रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव, रेल राज्यमंत्री वी. सोमन्ना और कार्मिक मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह सहित कई गणमान्य उपस्थित थे।

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