सिग्नल कारखाना गोरखपुर छावनी द्वारा इलेक्ट्रिक प्वाइंट मशीन एवं सिग्नलिंग रिले का रिकॉर्ड उत्पादन

गोरखपुर ब्यूरो: पूर्वोत्तर रेलवे के सिग्नल करखाना, गोरखपुर छावनी में संरक्षा उपकरणों का उत्पादन प्रगति में है। वर्ष 2022 में ₹106.59 करोड़ का इलेक्ट्रिक प्वाइंट मशीन एवं सिग्नलिंग रिले का रिकार्ड उत्पादन किया गया।

सिग्नल कारखाना, गोरखपुर छावनी में गत वर्ष 2022 में 2692 अदद इलेक्ट्रिक प्वाइंट मशीन का उत्पादन किया गया था, जो वर्ष 2021 में हुए उत्पादन 1788 अदद की तुलना में लगभग 51 प्रतिशत अधिक है। इलेक्ट्रिक प्वाइंट मशीन का उपयोग ट्रैक बदलने में किया जाता है, जिसका गाड़ी को एक ट्रैक से दूसरे ट्रैक पर संचालित करने में उपयोग किया जाता है।

इसके अतिरिक्त 2022 में 30742 अदद सिग्नलिंग रिले का उत्पादन किया गया, जो वर्ष 2021 में हुए 18000 अदद रिले के उत्पादन की तुलना में लगभग 71 प्रतिशत अधिक है। सिग्नलिंग रिले का उपयोग सिग्नलिंग इंटरलॉकिंग में किया जाता है।

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उत्पादन किए गए इस सिग्नलिंग रिले को पूर्वोत्तर रेलवे के अतिरिक्त अन्य क्षेत्रीय रेलों में भी आपूर्ति की जाती है। जिसमें मुख्यालय को 1060, निर्माण संगठन को 2302, वाराणसी मंडल को 1017, लखनऊ मंडल को 1033, इज्जतनगर मंडल को 2649, मध्य रेलवे को 303, पूर्व मध्य रेलवे कोे 4836, पूर्व रेलवे को 2555, उत्तर मध्य रेलवे को 7245, पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे को 1003, उत्तर रेलवे को 2937, उत्तर पश्चिम रेलवे को 234, दक्षिण मध्य रेलवे को 85, दक्षिण पूर्व रेलवे को 20, दक्षिण मध्य रेलवे को 425, दक्षिण रेलवे को 55, पश्चिम मध्य रेलवे को 745 तथा रेलवे इलेक्ट्रिफिकेशन (कोर) को 141 रिले सहित कुल 28645 रिले की आपूर्ति गत वर्ष की गई।

इस रिकाॅर्ड उत्पादन के कारण सिग्नल कारखाना, गोरखपुर छावनी वर्ष 2022 में दिए गए उत्पादन के लक्ष्य ₹100 करोड़ को पार कर पहली बार ₹106.59 करोड़ के इलेक्ट्रिक प्वाइंट मशीन एवं सिग्नलिंग रिले का उत्पादन किया है, जो वर्ष 2021 में हुए उत्पादन के लगभग 78 करोड़ की तुलना में 37.48 प्रतिशत अधिक है।

रेल संरक्षा के अन्य उपकरणों का भी शीघ्र ही इस कारखानेे में उत्पादन प्रारम्भ हो जाएगा।

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