तेजी से डिजिटल होता झांसी मंडल

प्रयागराज ब्यूरो: मंडल रेल प्रबंधक आशुतोष के मार्गदर्शन में उत्तर मध्य रेलवे का झांसी मंडल तेजी से आधुनिकीकरण एवं डिजिटलाइजेशन की ओर बढ़ रहा है।

यूनीक मेडिकल पहचान पत्र (#UMID): सितम्बर-21 तक झांसी मंडल के कुल 14336 रेलकर्मियों के कार्ड बनाकर “उमीद स्कीम” के तहत लाभार्थी के रूप में पंजीकृत किया गया है, जो कि मंडल के कुल कर्मचारियों का 96.5% है।

इसके अतिरिक्त 4609 पेंशनधारकों को उमीद स्कीम के अंतर्गत पंजीकृत किया गया है। उल्लेखनीय है कि इस स्कीम के तहत एक रेल परिवार के सभी लाभार्थियों को अलग-अलग क्रमांक से यूनिक मेडिकल कार्ड जारी किए जाते हैं। जबकि पहले एक ही क्रमांक से परिवार के सभी सदस्य पंजीकृत रहते थे।

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इसके अलावा उमीद कार्ड आधार लिंक्ड है तथा रेलवे चिकित्सालय के अतिरिक्त रेलवे द्वारा नामित निजी अस्पतालों में कैशलेस भुगतान हेतु रेलकर्मियों के लिए अत्यंत लाभकारी सिद्ध होता है।

ह्यूमन रिसोर्से मैनेजमेंट सिस्टम (#HRMS): डिजिटलाइजेशन के क्रम में एचआरएमएस मॉड्यूल में ई-पास का प्रावधान रखा गया है, जिसके माध्यम से अब तक 30 हजार से अधिक कर्मचारी / पेंशनर ई-पास प्राप्त कर चुके हैं। एनुअल परफॉरमेंस असेसमेंट रिपोर्ट (#APAR), एचआरएमएस मोड्यूल के अंतर्गत 18288 एपीएआर स्कैन कर अपलोड कर दी गई हैं तथा वर्ष 2020-21 में 8883 एपीएआर नए जनरेट किए गए हैं।

उल्लेखनीय है कि एपीएआर रेलकर्मियों से संबंधित विशेष डाटा होता है, जिसमें उनके द्वारा किए गए साल भर के कार्यों का परफॉरमेंस / मूल्यांकन दर्ज होता है।

एचआरएमएस के अंतर्गत कर्मचारी द्वारा भविष्य निधि भी निकाले जाने का विकल्प उपलब्ध है। ई-पीएफ का प्रयोग करते हुए अब तक 1062 कर्मचारियों द्वारा डिजिटल माध्यम से बिना किसी कागजी कार्यवाही के त्वरित रूप से अपनी भविष्य निधि प्राप्त की गई है।

सितम्बर माह में ही 26 सेटलमेंट प्रकरण को एचआरएमएस के माध्यम से निराकरण किया गया है। मंडल से सेवानिवृत हो रहे कर्मचारियों के पीपीओ भी अब इलेक्ट्रॉनिक माध्यम से जनरेट किए जा रहे हैं।

इन्फ्रास्ट्रक्चर अपग्रेडेशन हो या यात्री सुविधाओं में बढ़ोतरी, या फिर उच्चीकरण, सभी प्रकार के प्रस्ताव अब ई-ऑफिस के माध्यम से डिजिटल रूप से तैयार एवं स्वीकृत किए जाते हैं। इस प्रकार झांसी मंडल की कार्य प्रणाली और भी ज्यादा पारदर्शी हो गई है।

सभी प्रकार के टेंडर्स भी डिजिटल माध्यम से ही डील किए जा रहे हैं। झांसी मंडल के पार्सल कार्यालय, बुकिंग कार्यालय, आरक्षण कार्यालय हों या माल गोदाम, या फिर कैटरिंग स्टाल, सभी प्रतिष्ठानों में डिजिटल लेनदेन की व्यवस्था रखी गई है तथा इसको बढ़ावा दिया जा रहा है।

इस प्रकार झांसी मंडल तेजी से आधुनिकीकरण एवं डिजिटलाइजेशन की ओर निरंतर अग्रसर है।

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