जेडआरयुसीसी सदस्यों ने की वॉटर वेंडिंग मशीनें चालू करने की मांग
अहमदाबाद स्टेशन पर बंद पड़ी हैं वाटर वेंडिंग मशीनें और वाटर कूलर
स्टेशन पर आने-जाने वाले हजारों रेलयात्रियों को हो रही भारी परेशानी
दोनों जेडआरयुसीसी सदस्यों ने कहा है कि इससे ट्रेनों में आने वाले यात्री विशेषकर जनरल कोच के यात्रियों को पीने के पानी के लिए मजबूरन 15 रुपये की बोतल खरीदनी पड़ती है. स्टेशन पर एक भी वॉटर वेंडिंग मशीन चालू नहीं है. यह मशीनें भी बंद हैं और पानी का कनेक्शन भी सभी प्लेटफार्म नंबर एक के सभी नलों में भी बंद है. पत्र में उन्होंने इन मशीनों सहित प्लेटफार्मों पर स्थित नलों में तुरंत चालू कराए जाने की मांग की है.
जेडआरयुसीसी सदस्यों ने सीढ़ी के नीचे लगी वॉटर वेंडिंग मशीन को यात्रियों के हित में वहीं पर पुनः स्थापित कराए जाने की मांग की है, जिससे यात्रियों को सुविधा प्राप्त हो सके. मानक के अनुसार भी प्लेटफॉर्म पर जितने पीने के पानी के नलों की आवश्यकता होती है, यहां उतने नहीं लगाए गए हैं. इसकी व्यवस्था कराए जाने के साथ ही उन्होंने लायंस क्लब द्वारा प्लेटफार्म पर स्थापित किए गए सभी बंद वाटर कूलर को भी चालू कराने की मांग की है.
जेडआरयुसीसी सदस्य योगेश मिश्रा ने ‘रेलसमाचार’ से बात करते हुए कहा कि रेलवे विभाग की घोर लापरवाही के कारण इस गर्मी के समय में यात्रियों को अत्यधिक कठिनाई हो रही है. रेलवे को इसके निवारण हेतु तुरंत कार्यवाही करनी चाहिए.
स्वतंत्रता दिवस पर अहमदाबाद जंक्शन पर ध्वजवंदन न किए जाने पर नाराजगी
उन्होंने कहा कि देश की आजादी 15 अगस्त 1947 को प्राप्त हुई. तब से लेकर आज तक और आगे भी निरंतर 15 अगस्त एवं 26 जनवरी को राष्ट्रीय त्यौहार के दिन सभी सरकारी संस्थानों पर ध्वजवंदन करना नितांत आवश्यक है. ऐसे मौकों पर राष्ट्रीय ध्वज को सलामी देना आवश्यक एवं मूलभूत कार्यों में शामिल है. इसके बावजूद अहमदाबाद स्टेशन, जो ए-1 ग्रेड का स्टेशन है, पर स्वतंत्रता दिवस 15 अगस्त को राष्ट्रध्वज नहीं फहराया गया और उसे सलामी नहीं दी गई. यह अत्यंत शर्मनाक है.
उनका कहना है कि आजादी के बाद ऐसा शायद पहली बार हुआ है कि अहमदाबाद स्टेशन पर इंजीनियरिंग विभाग और स्टेशन मैनेजर की लापरवाही से अहमदाबाद जंक्शन स्टेशन पर ध्वज वंदन का कार्यक्रम नहीं किया गया. जबकि भारत के तमाम ए-1 ग्रेड के स्टेशनों पर सबसे ऊंचा राष्ट्रध्वज लहराया जा रहा है.
अहमदाबाद जंक्शन पर भी यह राष्ट्रीय प्रतीक लहरा रहा है. परंतु स्वतंत्रता दिवस के दिन राष्ट्रीय ध्वज वंदन कार्यक्रम न करना उन्हें अवमानना जैसा प्रतीत हो रहा है. ऐसा कृत्य राष्ट्र के प्रति कतई उचित नहीं है. आखिर इस मौके पर ध्वजवंदन क्यों नहीं किया गया, इस बात का जवाब तो मंडल प्रशासन को देना ही पड़ेगा.
उन्होंने कहना था, माना कि अहमदाबाद स्टेशन पर बड़े पैमाने पर नवीनीकरण का कार्य चल रहा है, फिर भी उसमें से ही थोड़ी सी जगह पर व्यवस्था करके ध्वजवंदन किया जा सकता था. जबकि चार दिन पहले ध्वज बांधने के लिए पीआरएस के सामने एक स्थल तैयार किया गया था, जो रेलवे क्लेम्स ट्रिब्यूनल के ठीक सामने स्थित है. फिर भी ध्वजवंदन का कार्यक्रम नहीं किया गया. यह अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है.
उन्होंने महाप्रबंधक/प.रे. श्री गुप्ता से इस मामले की जांच कराने का आग्रह किया है और कहा है कि भविष्य में कभी ऐसा न हो, इसे सुनिश्चित किया जाए.